- वर्ष 2024 में 90 से अधिक घायलों को त्वरित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कर जान बचाई
रायपुर(विश्व परिवार)। पुलिस अधीक्षक जिला रायपुर डॉ. लाल उमेंद सिंह द्वारा हाइवे में दुर्घटनों की रोकथाम एवं घायलों को त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश पर उप पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर गुरजीत सिंह एवं सतीश ठाकुर द्वारा हाइवे पेट्रोलिंग वाहन में कार्यरत कर्मचारियों का बैठक लेकर सुगम व्यवस्था बनाने एवं घायलों को त्वरित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने निर्देशित किया गया। बैठक के दौरान डीएसपी ट्रैफिक सतीश ठाकुर एवं गुरजीत सिंह द्वारा हाइवे में कार्यरत कर्मचारियों को लगातार पेट्रोलिंग कर नो पार्किंग में वाहन खड़ी नही होने देने, खराब हालत में खड़ी वाहनों को सुरक्षित स्थान पर हटाने एवं पार्किंग लाईट जलाने, रात्रि के दौरान सुगम दृश्य हेतु रेडियम को कपड़े से साफ करने, हाइवे के किनारे स्थित अस्पताल, होटल, रेस्टोरेंंट, पेट्रोलपम्प, पान ठेला, एवं अन्य व्यवसायियों से लगातार संपर्क स्थापित कर आपातकाल के दौरान तत्काल सूचित करने हेतु निर्देशित करने बताया गया। इसी प्रकार हाइवे में पडऩे वाले ग्राम पंचायतों के पंच-सरपंच से लगातार समन्वय स्थापित कर मुख्य मार्ग से मवेशियों को हटाकर सुगम व्यवस्था बनाने निर्देशित किया या। बता दे कि पुलिस मुख्यालय, अटल नगर, नवा रायपुर द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गो में दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं घायलों को त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्येश्य से वर्ष 2017 में यातायात पुलिस रायपुर को 04 नग हाइवे पेट्रोलिंग वाहन जिले को आबंटित किया गया है जो वर्ष 2017 से लगातार राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 53 में महानदी पुल पारागांव से खारून नदी पुल तक लगभग 55 कि.मी. को चार भागों में विभक्त कर संचालित किया जा रहा है। जो हाइवे में लगातार पेट्रोलिंग कर सुगम व्यवस्था बनाने में अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहा है। साथ ही सडक़ दुर्घटनाओं की रोकथाम में भी बहुत ही कारगर साबित हो रहा है। हाइवे पेट्रोलिंग द्वारा वर्ष 2024 में माह जनवरी से नवम्बर तक कुल 68 सडक़ दुर्घटना में 90 घायल व्यक्तियों को त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराकर उनकी जान बचाई है। साथ ही हाइवे में लगातार 24&7 पेट्रोलिंग कर खतरनाक ढंग से नो पार्किंग में खड़ी वाहनों को हटाकर सुगम व्यवस्था बनाया जा रहा है। वर्ष 2024 में हाइवे पेट्रोलिंग द्वज्ञरा लगभग 8396 वाहनों को नोपार्किंग से हटाया गया है तथा यातायात को बाधित कर मुख्य मार्ग बैठे तथा विचरण करने वाले 1763 से अधिक अवारा मवेरियों को मार्ग से हटाकर सुगम यातायात व्यवस्था संचालन में अपना योगदान दिया गया है।