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एम्स, रायपुर में न्यूक्लियर चिकित्सा सेवाओं का विस्तार मध्य भारत में पैट ट्रेसर निर्माण की शुरुआत, दुर्लभ कैंसर की जांच में होगा फायदा

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रायपुर (विश्व परिवार)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर के न्यूक्लियर मेडिसीन विभाग ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए अपने विभाग में अत्याधुनिक स्वचालित रेडियो सिंथेसाइज़र और गैलियम जनरेटर की स्थापना की है। इस तकनीकी उन्नयन के साथ एम्स रायपुर अब स्वयं उन्नत पैट रेडियोट्रेसर का निर्माण कर रहा है, जिससे छोटे से छोटे कैंसर और ट्यूमर का सटीक निदान और वैयक्तिकृत उपचार में सहायता मिलेगी। इस तकनीक के उपयोग से ऐसे दुर्लभ बीमारियों की जांच अब एम्स रायपुर और मध्य भारत क्षेत्र में उपलब्ध रहेगी जिसके लिए रोगियों को दुसरे राज्यों में निजी संस्थानों में जांच के लिए जाना पड़ता था ।
इस आधुनिक प्रणाली के माध्यम से संस्थान अब इन-हाउस उन्नत पैट रेडियोट्रेसर का उत्पादन कर सकता है, जिससे यह सटीक निदान में मध्य भारत का अग्रणी संस्थान बन गया है।
उन्नत ट्रेसर सेवाओं की नई श्रृंखला:
एम्स रायपुर अब निम्नलिखित विशिष्ट पैट ट्रेसर सेवाएं उपलब्ध करा रहा है:
 PSMA PET: प्रोस्टेट कैंसर के निदान व प्रबंधन में क्रांतिकारी।
 DOTA PET: न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर की पहचान व PRRT थेरेपी गाइडेंस में
सहायक।
 FAPI PET: कम FDG ग्रहण करने वाले कैंसर एवं फाइब्रोसिस रोगों के लिए।
 Exendin PET: इंसुलिनोमा जैसे दुर्लभ अग्न्याशय ट्यूमर की सटीक पहचान हेतु।
इस अवसर पर एम्स, रायपुर के कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ, लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (से.नि.), ने कहा कि यह तकनीकी उन्नयन उत्कृष्ठ, किफायती और गुणवत्तापूर्ण निदान (डायग्नोस्टिक) सेवाएं प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एम्स में यह नई व्यवस्था प्रारंभ होने से कैंसर और मेटाबोलिक चिकित्सा सेवाओं के विस्तार को मजबूती मिलेगी ।
न्यूक्लियर मेडिसीन विभाग की विभागाध्यक डॉ. मुदालशा रविना ने पुष्टि की कि ये रेडियोट्रेसर रोगों के जांच में बेहतर विशिष्टता प्रदान करते हैं और जटिल व प्रणालीगत बीमारियों में निदान की सटीकता को काफी हद तक बढ़ाते हैं। प्रो. (डॉ.) रेनू राजगुरु, चिकित्सा अधीक्षक एम्स रायपुर ने बताया कि अब इन-हाउस ट्रेसर निर्माण से रोगी सेवाएं तेज़ होंगी, बाहरी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता घटेगी और रोगी के उपचार प्रक्रिया के संबंध में चिकित्सक शीघ्र निर्णय ले सकेंगे। डॉ. शोभना राजू, सहायक प्राध्यापक न्यूक्लियर मेडिसीन विभाग ने कहा: “गैलियम लेबल्ड ट्रेसर कैंसर थेरानोस्टिक्स (निदान + उपचार) के नए युग की शुरुआत करेंगे। इससे अनुसंधान को प्रोत्साहन मिलेगा और प्रोस्टेट, आंत और स्तन कैंसर
में वैयक्तिकृत उपचार संभव हो सकेगा।” श्री साई शिव नारायण, मेडिकल फिजिसिस्ट ने तकनीकी लाभ पर जोर देते हुए कहा कि स्वचालन (Automation) रेडियोट्रेसर की गुणवत्ता सुनिश्चित करता है, विकिरण सुरक्षा बढ़ाता है और सामान्य से लेकर जटिल इमेजिंग प्रक्रियाओं तक कार्यप्रवाह को बेहतर बनाता है।”
एम्स रायपुर अब छत्तीसगढ़ का एकमात्र शासकीय चिकित्सा संस्थान है जहां इतनी उन्नत नाभिकीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। विभाग में PET-CT, SPECT-CT, रेडियोआयोडीन अपटेक प्रोब, PET-गाइडेड बॉयोप्सी के लिए रोबोटिक नेविगेशन तथा उच्च व निम्न डोज थेरेपी की सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके साथ ही इस विभाग में एमडी न्यूक्लियर मेडिसिन
कोर्स भी संचालित किया जा रहा है। यह नया केंद्र छत्तीसगढ़ में रोगियों के लिए सस्ती, विशेषीकृत और उन्नत निदान एवं उपचार सेवाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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