आरंग (विश्व परिवार)। समग्र शिक्षा राज्य परियोजना छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में रायपुर संभाग अंतर्गत रायपुर, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद, बलोदाबाजार जिला के बीआरपी, स्पेशल एजुकेटर एवं माध्यमिक स्तर के चिन्हित व्याख्याता शिक्षकों का ब्रेल लिपि दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के संदर्भ में 5 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण जिला शिक्षा एव प्रशिक्षण संस्थान शंकर नगर रायपुर में आयोजित किया गया । इस प्रशिक्षण में दृष्टिबाधा के कारण एवं विभिन्न प्रकार के चुनौतियों को समझने का प्रयास करना तथा वर्तमान में परंपरागत एवं आधुनिक तकनीकी संसाधनों द्वारा बहु वैकल्पिक निदानात्मक उपाय करना । ज्ञानेन्द्रियों के विकास, सामाजिक कौशल एवं संचार संसाधनों के उपयोग, मोबिलिटी ट्रेनिंग, शासन की ओर से उपलब्ध एआई संसाधनों का इस्तेमाल करके उनके वैयक्तिक परंपरागत शैक्षिक संसाधन ब्रेल, टेयलर फ्रेम एवं अबेकस पर प्रायोगिक अभ्यास कराया गया,जिससे इन बच्चों को विद्यालय में तकनीकी एवं शैक्षिक सुविधा का लाभ प्राप्त हो सकें।प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर करण सिंह सिसोदिया, राज्य तकनीकी सलाहकार छ.ग. साईटसेवर्स इंडिया ने स्पर्श संवेदनशीलता एवं अनुभूति की गतिविधियों पर अपने विचार रखे।अर्चना यादव बीआरपी -सिमगा, शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधित विद्यालय, मठपुरैना के शिक्षक वरुण प्रताप सिंह, अंग्रेजी ब्रेल लिपि के शिक्षक उत्तम कुमार साहू बीआरपी ,धमतरी, गुरूवारी कन्नौजे, खिेलेश्वरी मानिकपुरी एन.ए.बी. हीरापुर रायपुर ने हिंदी ब्रेल, लोकेश कुमार साहू ने टेलरफ्रेम की गणित संक्रियाऐं तथा रवणेश्री राव ने मोबिलिटी प्रशिक्षण, सुविधा सिंह बीआरपी, तिल्दा द्वारा अबेकस मेथेमेटिक्स, डॉ भूमिका ने मनोवैज्ञानिक प्रभाव पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया । एपीसी माया वर्मा ने ब्रेल अभ्यास में प्रशिक्षणार्थीयों के बीच स्वयं ब्रेल के डाट्स लगाती नजर आई।संभाग स्तरीय यह प्रशिक्षण जिला मिशन समन्वयक के एस. पटले,सहायक जिला मिशन समन्वयक माया वर्मा एवं तकनीकी प्रभारी लोकेश कुमार साहू स्पेशल एजुकेटर के दिशा निर्देश के साथ संपन्न हुआ ।