- महापौर ने खाली भूखण्डो में कडाई से कर वसूलने के दिये निर्देश, कहा निष्पक्ष होकर नियमानुसार वसूली करें, ताकि निगम को आत्मनिर्भर बना सकें
- कर वसूली पारदर्शिता के साथ करे सभापति सूर्यकांत राठौड़
- आयुक्त ने कर्मचारियों से प्रशिक्षण की जानकारी ली
रायपुर (विश्व परिवार)। शुक्रवार को नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर मीनल चौबे के निर्देश पर नगर निगम रायपुर के इतिहास में पहली बार मुख्यालय एवं जोनो के राजस्व विभाग में पदस्थ राजस्व अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रशिक्षण नगर निगम मुख्यालय महात्मा गांधी सदन के चतुर्थ तल निगम सामान्य सभा सभाकक्ष में दिया गया एवं सभी राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों को कर संग्रहण एवं छुटी हुई संपत्तियों के सर्वे के गुर विशेषज्ञो ने सिखलाएं। राजस्व अमले के कर्मचारियों ने प्रशिक्षण हेतु महापौर मीनल चौबे को धन्यवाद दिया। इससे अच्छी कर वसूली करने में राजस्व अमले के कर्मचारियों को काफी सहायता विशेषज्ञ टीप के कारण मिल सकेगी। जिससे वे दिये गये लक्ष्य को शत प्रतिशत पूर्ण करने सार्थक मेहनत कर सकेंगे। इस अवसर पर सभापति सूर्यकांत राठौड़, राजस्व विभाग अध्यक्ष अवतार भारती बागल, आयुक्त विश्वदीप, अपर आयुक्त यू.एस. अग्रवाल, उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा, जोन कमिश्नर विवेकानंद दुबे, डॉ. आर. के. डोंगरे, आईटी विशेषज्ञ रंजीत रंजन, सभी जोन सहायक राजस्व अधिकारियों, राजस्व निरीक्षको, सहायक राजस्व निरीक्षको की उपस्थिति रही ।
महापौर मीनल चौबे ने राजस्व अमले के कर्मचारियों को इस वर्ष नगर निगम रायपुर क्षेत्र के सभी खाली भूखण्डो से नियमानुसार कर वसूली कडाई के साथ करने के मंच से निर्देश दिये। महापौर ने कहा कि राजस्व वसूली के लिये सभी पर विश्वास करते हुए अच्छे से कार्य करने हेतु दिशा निर्देश उनके द्वारा दिये गये है। महापौर ने कहा कि उन्हें अपने राजस्व अधिकारियों, कर्मचारियों पर पूर्ण विश्वास है। निष्पक्ष होकर नियमानुसार वसूली करें ताकि कर वसूली पूर्ण रूप से करते हुए नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाया जा सके जिससे नगर निगम अपने खर्च स्वयं निकाल सके।
सभापति सूर्यकांत राठौड़ ने कहा कि जो भी टैक्स लिया जाये व पूर्ण पारदर्शिता के साथ लिया जाये। आमजनों को भी नियमो की जानकारी हो एवं राज्य शासन द्वारा निर्धारित शुल्क को लेकर आमजनो के मध्य कोई भ्रांतियां ना रहे। जो शुल्क निर्धारित है उसको लेकर आमजनो के मध्य विश्वास पैदा करने कार्य करें। आमजनता को दी जा रही सुविधा के लिये, लिये जा रहे शुल्क निर्धारित अनुसार सबकी सहमति से लिया जाये। शहर का विकास राजधानी शहर के अनुरूप करने विकास को आधार मानकर कर प्रणाली में सुधार किया जाये। सभापति ने कहा कि विकसित क्षेत्र व अन्य क्षेत्र के अंतर को स्पष्ट करते हुए इसका प्रस्ताव बनाकर नगर निगम रायपुर को आगे बढ़ाने की कार्यवाही करने की आवश्यकता है।
आयुक्त विश्वदीप ने प्रशिक्षण में पहुंचकर राजस्व अधिकारियों एवं कर्मचारियों से प्रशिक्षण की जानकारी ली एवं उनका उत्साहवर्धन किया।
राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने महापौर मीनल चौबे ने निगम हित में मांग की कि सीएसआईडीसी के उद्योगो का संपत्तिकर माफ किया गया है इसे नगर निगम द्वारा माफ नहीं किया जाये। उनसे 7 करोड से अधिक संपत्तिकर राजस्व वसूली नगर निगम रायपुर को हो सकती है।
राजस्व विभाग कर्मचारियों ने महापौर से मांग की कि 500 वर्गफीट क्षेत्र से नीचे झुग्गी झोपडी में यूजर चार्ज जलकर आदि लेना है उनका सरचार्ज एक समय हेतु माफ किया जाये। ताकि नगर निगम को नियमानुसार राजस्व वसूली हो सके। राजस्व कर्मियों ने मलीन बस्तियों में लगभग 48 हजार मकानों पर बहुत अधिक राजस्व कर बकाया होने पर उन्हें नियमानुसार कर अदायगी हेतु नगर निगम द्वारा छुट देने की मांग महापौर से की है। ताकि इससे नगर निगम रायपुर को 10 से 15 करोड रू. का राजस्व कर प्राप्त होने का मार्ग शीघ्र प्रशस्त हो सकेगा। कार्यक्रम को राजस्व विभाग अध्यक्ष अवतार भारती बागल ने भी संबोधन दिया। आयोजन में अपर आयुक्त यूएस. अग्रवाल, उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा, जोन कमिश्नर विवेकानंद दुबे, डॉ. आर.के. डोंगरे, आईटी विशेषज्ञ रंजीत रंजन, विषय विशेषज्ञ डॉ. अशोक चंद्राकर ने भी अपने विचार रखकर आवश्यक मार्गदर्शन एवं सुझाव नगर निगम राजस्व अमले के कर्मचारियों को दिया।