रायपुर (विश्व परिवार)। डीडीयू नगर, रायपुर का सखी सहेली गार्डन, जो कभी बदहाली और असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया था, अब ग्रीन आर्मी डीडीयू नगर जोन के अनोखे “कबाड़ की जुगाड़” अभियान से एक खूबसूरत और जीवंत गार्डन में बदल गया है। कभी अंधेरे और वीरान रास्तों, पानी की कमी और अतिक्रमण की समस्या से जूझ रहे इस उद्यान में महिलाओं और परिवारों का आना मुश्किल हो गया था। नशेड़ियों और उपद्रवियों के जमावड़े ने यहाँ डर और अशांति का वातावरण बना दिया था, और हरियाली के नाम पर केवल पेड़ों के ठूंठ ही शेष रह गए थे।
पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित ग्रीन आर्मी ने जब इस उद्यान की दयनीय स्थिति की जानकारी प्राप्त की, तो ग्रीन आर्मी डीडीयू नगर जोन की उत्साही टीम ने इसे पुनः जीवंत करने का दृढ़ संकल्प लिया। यह सफर चुनौतियों से भरा था। टीम को उपद्रवियों को हटाने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन का सहयोग लेना पड़ा। सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, लोगों को जागरूक करने और सकारात्मक माहौल बनाने
के उद्देश्य से नशा मुक्ति के संदेश के साथ संगीतमय संध्या जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इसके बाद, ग्रीन आर्मी के प्रयासों और शासन-प्रशासन के सक्रिय सहयोग से उद्यान में पानी और बिजली की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित की गई।
गार्डन को एक नया और मनमोहक रूप देने के लिए ग्रीन आर्मी ने रचनात्मकता की अनुपम मिसाल पेश की। “कबाड़ की जुगाड़” के तहत, टीम ने पुराने टायरों, अनुपयोगी प्योर ब्लॉक ईंटों, पुराने ट्री गार्ड, बांस, पीवीसी पाइप और अन्य बेकार पड़ी सामग्रियों का अभिनव और कलात्मक तरीके से उपयोग किया। इन कबाड़ सामग्रियों से आकर्षक और उपयोगी संरचनाएं निर्मित की गईं, जो उद्यान की सुंदरता को कई गुना बढ़ा रही हैं। इसके साथ ही, नए पौधे और वृक्ष लगाए गए, पूरे क्षेत्र में आकर्षक रंगों से रंगाई की गई और सीमेंट की मदद से मजबूत निर्माण कार्य किए गए। उद्यान की दीवारों को मनोहारी वॉल पेंटिंग से सजाया गया, जिस पर बड़े अक्षरों में “सखी सहेली गार्डन” का नाम अंकित किया गया है, जो अब इसकी नई पहचान बन गया है।
आज इस गार्डन का सौंदर्य देखते ही बनता है! ग्रीन आर्मी डीडीयू नगर जोन के अथक और समर्पित प्रयासों ने इस उद्यान को एक ऐसा रमणीय स्थल बना दिया है, जहाँ आज परिवार सुबह और शाम की सैर के लिए बड़ी संख्या में उमड़ रहे हैं। रोशनी से जगमगाता यह उद्यान अब एक स्वस्थ और शांत वातावरण प्रदान कर रहा है, जहाँ सभी आयु वर्ग के लोग प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले रहे हैं और स्वस्थ जीवनशैली अपना रहे हैं। क्षेत्र के निवासियों में इस सकारात्मक बदलाव को लेकर अपार खुशी और संतुष्टि का भाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यहाँ बच्चे भी खेलने आते हैं और पुराने टायरों से बने झूले व अन्य रचनात्मक चीजें उनके आकर्षण का केंद्र हैं।
जीव-जंतुओं के प्रति करुणा:
ग्रीन आर्मी ने न केवल मनुष्यों का ध्यान रखा है, बल्कि उद्यान में रहने वाले जीव-जंतुओं के लिए भी पानी से भरे सकोरे स्थापित किए हैं। यह छोटी सी पहल दर्शाती है कि टीम पर्यावरण के प्रत्येक घटक के प्रति कितनी संवेदनशील और जागरूक है।
हरियाली और फूलों से सुरभित:
अब यह उद्यान रंग-बिरंगे सुंदर फूलों की क्यारियों और हरी-भरी घास से परिपूर्ण है, जो इसकी नैसर्गिक सुंदरता में और भी वृद्धि करते हैं। खिले हुए फूल और चारों ओर फैली हरियाली आगंतुकों को शांति और सुकून का अनुभव करा रहे हैं।
इस महत्वपूर्ण और अनुकरणीय कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करने में ग्रीन आर्मी डीडीयू नगर जोन की पूरी टीम ने एकजुट होकर समर्पण भाव से कार्य किया। इस नेक कार्य में प्रसून सरकार, रूपेश तालमेल, अरुण देवांगन, नारायण प्रसाद सेन, श्याम बघेल, प्रमिल तिवारी, गनौद वाले दादा, रघुनाथ राय, द्वारिका प्रसाद श्रीवास, सुरेंद्र कुमार राय, डोमन पटेल, नगर निगम, बिजली विभाग और ग्रीन आर्मी टीम ने अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान किया, जिसके लिए ग्रीन आर्मी हृदय से आभारी है। डीडीयू नगर जोन के निवासियों के चेहरों पर आई मुस्कान और उद्यान में बढ़ती चहल-पहल ग्रीन आर्मी की मेहनत और समर्पण का जीवंत प्रमाण है।