इंदौर(विश्व परिवार)। देश में 3 अक्टूबर आज गुरुवार से शारदीय नवरात्रि का पर्व प्रारंभ हो चुका हैं, जहां सभी स्थानों पर मां भगवती की आराधना के लिए गरबे पंडाल सज गए हैं। वही इस बीच मध्य प्रदेश के इंदौर के थाना भंवर कुवा क्षेत्र में पिछले 36 वर्षों से गरबा आयोजित करने वाले संस्था को इस बार गरबा नहीं करने के बात सामने आई है, जिसकी एक वजह आयोजक का मुस्लिम होना बताया जा रहा है।
शिखर गरबा मंडल द्वारा 36 वर्षो से गणेश नगर में शारदीय नवरात्रि में गरबा का आयोजन किया जा रहा है, जहां इस वर्ष भी संस्था ने गरबा पंडाल में माता भगवती की प्रतिमा बिठाने की तैयारी शुरू की थी। लेकिन बजरंग दल द्वारा धर्म को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद गरबा आयोजक फिरोज खान को गरबा नहीं करने को लेकर थाना भंवर कुवा में ज्ञापन दिया गया।
मैं जिहादी नहीं, हिंदू धर्म पर आस्था रखने वाला एक हिंदुस्तानी
नवरात्रि के एक दिन पहले ही शिखर गरबा मंडल के आयोजक फिरोज खान मीडिया से रूबरू हुए, इस दौरान उनका दर्द छलक पड़ा। उन्होंने कहा कि मैं जिहादी नहीं, हिंदू धर्म पर आस्था रखने वाला एक हिंदुस्तानी हूं। उन्होंने कहा कि अगर मेरा नाम मुकेश और किशोर होता तो शायद ये विवाद नहीं होता।
खान ने कहा कि मैं बजरंग दल को लिखित में देने के लिए तैयार हूं, नवरात्रि के नौ दिन नहीं बल्कि 10 दिनों तक शहर से बाहर रहूंगा। लेकिन आप गरबा का आयोजन गणेश नगर में ही करवाएं। उन्होंने बजरंग दल से अपील करते हुए कहा कि 36 साल पुरानी परंपरा को टूटने ना दें। फिरोज खान ने कहा कि माता रानी की मूर्ति मैंने खरीद ली है, उस मूर्ति को बजरंग दल को देने के लिए तैयार हूं। बजरंग दल प्रतिमा की स्थापना करें, मैं गरबा आयोजन से दूर रहूंगा। उन्होंने कहा मैं मां भगवती का भक्त हूं, भगवती की कृपा से गरबा का आयोजन होगा। इस दौरान फिरोज खान मीडिया के सामने फूट-फूट कर खूब रोए।