• पर्वाधिराज पर्युषण दसलक्षण पर्व के चतुर्थ दिवस जिनालयों में हुई उत्तम शौच धर्म की आराधना…
• झांसी नगर में बरसात और धर्म की वर्षा एक साथ
• भारी बरसात भी नहीं रोक पाई भक्तो की भक्ति…
“उत्तम शौच सर्व जग जाना,लोभ पाप को बाप बखाना। आशा पास महादुःखदानी, सुख पावे संतोषी प्राणी।।”
• श्रावकों ने निर्वाण लाडू समर्पित कर मनाया पुष्पदंत भगवान का मोक्ष कल्याणक
झांसी(विश्व परिवार)। पर्वाधिराज पर्युषण दसलक्षण पर्व के चतुर्थ दिवस नगर के समस्त जिनालयों में उत्तम शौच धर्म की पूजा आराधना की गई। भारी बरसात भी भक्तों को भगवान की भक्ति करने से नहीं रोक पाई। जहां एक ओर नगर में लगातार बरसात हो रही है तो वहीं दूसरी ओर जैन मंदिरों में धर्म की वर्षा भी हो रही हैं।
• गांधी रोड स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मंदिर में श्री पार्श्वनाथ भगवान की वेदिका पर श्रीजी का अभिषेक करने का सौभाग्य वरिष्ठ समाजसेवी जिनेन्द्र सर्राफ, राजीव जैन सिर्स, नरेश जैन नीटू, वरुण जैन, गौरव जैन नीम, अंकित सर्राफ, अमन जैन विरागप्रिय, दीपांक सिंघई, नमन अछरौनी को प्राप्त हुआ। विश्वशांति की मंगलकामना के साथ सौरभ जैन सर्वज्ञ को श्रीजी के मस्तक पर शांतिधारा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। तत्पश्चात आचार्य श्री विशदसागर जी महाराज के शिष्य मुनिश्री विशालसागर जी महाराज के सानिध्य में श्रावकों ने श्री देव-शास्त्र-गुरु पूजन करते हुए जैन दर्शन के नौवें तीर्थंकर श्री पुष्पदंत भगवान के मोक्ष कल्याणक के अवसर पर भक्तिभाव पूर्वक निर्वाण लाडू समर्पित किया। इस अवसर पर पंचायत ऑडिटर राजकुमार भण्डारी, आलोक जैन बल्ले, विकास जैन “विक्की”, आलोक जैन विश्वपरिवार, अमित प्रधान, राकेश नायक चिरगांव, विशाल सिंघई, शुभम जैरी, अनूप जैन सनी, शुभम जैन छोटू, अनिल जैन, राहुल जैन, अविनाश मड़वैया, दिव्यांश जैन, मयंक जैन लाला, रवि जैन कटरा, शिल्पी जैन अछरौनी, मनीषा सिंघई, रंजना जैन सहित सैंकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।
• कटरा मौहल्ला स्थित श्री अतिशयकारी पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में प्रमाणिक पाठशाला के बच्चों द्वारा धार्मिक फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में मनमोहक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का मन जीता। इस अवसर पर आचार्य श्री के चित्र के समक्ष खुशाल जैन, देवेन्द्र जैन एलआईसी, कमलेश जैन “रोहित गारमेंट्स”, जिनेन्द्र सर्राफ, सौरभ जैन सर्वज्ञ, गौरव जैन नीम ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विमल जैन “बीड़ी वाले”, दिनेश जैन डीके, संजय सिंघई, शरद जैन, मनोज सिंघई, अखिल जैन सोनू, अमित जैन छोटू, रोहित जैन पूर्णम, अर्पित जैन अनी, मासूम जैन, श्रीमति सुधा सर्राफ, मीना जैन, राखी जैन, प्रियंका जैन, दीप्ति जैन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमति संगीता जैन (मॉम्स बेकरी) एवं आभार नीतू जैन ओम ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर सौरभ जैन सर्वज्ञ ने कहा कि उत्तम शौच धर्म का मतलब है लोभ रूपी मैल से मुक्ति पाकर आत्मा को निर्मल करना। शौच का मतलब है पवित्रता और उज्ज्वलता। लोभ वास्तव में पाप का बाप है। लोभ में फंसकर ही मनुष्य पाप की ओर अग्रसर होता है। संतोष रूपी धन से ही कल्याण संभव है। लोभ रूपी मैल को ‘समभाव’ और ‘संतोष’ रूपी जल से धोने वाला व्यक्ति संतोषी और शौचधर्मी कहलाता है। ऐसे संतोषी प्राणी ही परम सुख को प्राप्त करते हैं। मन को मायाचार, लोभादि से रहित उज्ज्वल करने से शौचधर्म होता है।
• 12 सितम्बर को होगी उत्तम सत्य धर्म की आराधना
पंचायत मनोनीत सदस्य गौरव जैन नीम ने बताया कि भाद्रपद शुक्ल नवमी तिथि अनुसार पर्वाधिराज पर्युषण दसलक्षण पर्व के पांचवें दिन गुरुवार 12 सितम्बर को “उत्तम सत्य धर्म” की भक्ति आराधना की जाएगी।