- नई शिक्षा नीति के स्नातक स्तर का पाठ्यक्रम होगा 4 वर्ष का
- साइंस संकाय में प्रवेश के लिए होड़ कला, वाणिज्य, संकाय में ज्यादा रूचि
रायपुर (विश्व परिवार)। नई शिक्षा नीति के निर्देशानुसार पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया शुरू करन के दिशा-निर्देशा जारी कर दिए हैं। फिलहाल गर्मी को देखते हुए छात्र प्रवेश के लिए नहीं आ रहे हैं। लेकिन विज्ञान संकाय में प्रवेश के लिए होड़ मची हुई है। छात्रों की रूचि इसमें कला, वाणिज्य संकाय में प्रवेश लेने की है।
उच्च शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 10 वीं एवं 12वीं के परिणाम आने के बाद विभिन्न महाविद्यज्ञलयों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस समय नई शिक्षा नीति के अंतर्गत स्नातक स्तर का पाठयक्रम 4 वर्ष का होगा। इसलिए पूराने पाठ्यक्रमों के प्रति छात्रों की रूचि है। वर्तमान में विज्ञान महाविद्यालय का कटआफ मॉक्र्स ज्यादा चले जाने के कारण प्रवेश के लिए होड़ मची हुई है। फिलहाल राष्ट्रीय स्तर के मेडिकल तथा इंजीनियरिंग के परिणाम नहीं आए हैं। इसलिए यहां पर छात्र एवं उसके अभिभावक शांत बैठे हुए हैं। सिर्फ रायपुर में ही निजी एवं शासकीय महाविद्यालयों की संख्या 20 से 25 है। इस समय दूधाधारी बजरंग कन्या महाविद्यालय, छत्तीसगढ़ कॉलेज, साइंस कॉलेज रायपुर में एडमिशन के लिए द्वार खोल दिए गए हैं। लेकिन जैसे-जैसे अंतिम तिथि नजदीक आएका छात्र सक्रिया होंगे। राजधानी में विभिन्न निजी महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए प्राध्यापकों कमेटी बना दी गई है, जो कि कुल प्राप्तांक के आधार पर प्रवेश देंगे। इस समय शासकीय एवं निजी विद्यालयों में सिर्फ फार्म खरीदे जा रहे हैं। एडमिशन फीस को लेकर शांत हैं । एक अनुमान के अनुसार विज्ञान महाविद्यालयों कटऑफ माक्र्स ज्यादा होने के कारण प्रवेश को लेकर मारामारी मची रहेगी।
उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार प्रवेश के लिए गाइडलान जारी कर दी गई। रविशंकर विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर के परिणाम जैसे-जैसे आते जाएंगे, प्रवेश की प्रकिया प्रारंभ हो जाएगी। रविशंकर विश्वविद्यालय में उत्तर पुस्तिकाकओं का मूल्यांकन तेजी से चल रह है। शैक्षणिक कलेण्डरों के अनुसार परिणाम शीघ्र घोषित करना है। रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध करीब 150 महाविद्यालय है। इनमें से कई के पास भवन नहीं है वही निजी महाविद्यालयों की स्थिति अच्छी नहीं है।