Home रायपुर स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए अस्पताल प्रबंधन आवश्यक: डॉ. सहाय

स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए अस्पताल प्रबंधन आवश्यक: डॉ. सहाय

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  • पत्रकारिता विश्वविद्यालय में अस्पताल प्रबंधन और विकसित भारत 2047 पर विशेष व्याख्यान आयोजित

रायपुर (विश्व परिवार)। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग द्वारा अस्पताल प्रबंधन और विकसित भारत 2047 विषय पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अजय सहाय ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में अस्पताल प्रबंधन में रोजगार की व्यापक संभावनाएं हैं। देश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अच्छे अस्पताल प्रबंधक तैयार करने होंगे। अस्पताल की विश्वसनीयता उसमें काम करने वाले चिकित्सक और प्रबंधकीय टीम से होती है। अस्पताल में प्रबंधक का कार्य है कि वह मरीजों को अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएँ बिना किसी परेशानी के उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जीवनचर्या में असंतुलन होने के कारण स्वास्थ्यगत समस्याएँ होने लगती हैं, जो बाद में गंभीर बीमारी का रूप धारण कर लेती हैं। इसलिए हमें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना और संतुलित जीवन जीना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा पेशे को व्यवसाय नहीं, बल्कि लोगों की मूलभूत आवश्यकता बनाना चाहिए।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक एवं प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन के क्षेत्र में विद्यार्थियों का तेजी से रुझान बढ़ा है, तथा इस क्षेत्र में रोजगार की व्यापक संभावनाएँ हैं। स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के क्षेत्र में हो रहे कार्यों को दृष्टिगत रखते हुए अस्पताल प्रबंधन के क्षेत्र में पेशेवर प्रबंधकों की मांग बढ़ी है। इस अवसर पर समाजकार्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नृपेन्द्र शर्मा ने कहा कि आदमी की आज पहली आवश्यकता स्वास्थ्य बन गई है। इसलिए स्वास्थ्य सेवाओं की सरलता से पहुँच प्रत्येक व्यक्ति तक होना चाहिए।
कार्यक्रम में जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र मोहंती, देवेन्द्र कश्यप, कृति शर्मा, जीवन ज्योति सिंह, अदिति नामदेव, चंद्रेश चौधरी सहित प्रबंधन विभाग के विद्यार्थी और शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रबंधन विभाग की विद्यार्थी युक्ता वर्मा और डॉ. यशपाल बावरिया ने किया।

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