दरअसल, सीएम ने अपने सरकारी आवास पर एक बैठक के दौरान परिवहन विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं. जिसके बाद परिवहन विभाग ने प्रदेश में एक माह तक डग्गामार और बिना परमिट वाले वाहनों के खिलाफ सघन चेकिंग अभियान के निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने प्रमुख सचिव परिवहन को निर्देशित करते हुए कहा, आखिर डग्गामार और बिना परमिट वाली बसें सड़कों पर कैसे बेरोकटोक घूम रही हैं. ऐसी बसों के खिलाफ पूरी सख्ती के साथ अभियान चलाएं और इनके मालिकों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाए. जहां भी इस प्रकार की बसों का संचालन हो रहा है, वहां के परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए |
सीएम ने साफ तौर पर कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. प्रदेश में पंजीकृत सभी यात्री बस और स्कूल बसों के फिटनेस, परमिट, इंश्योरेंस और ड्राइवरों की जांच की जाए. इसके बाद कहीं भी कोई अप्रिय घटना हुई तो सीधे सीधे परिवहन विभाग के अधिकारी जिम्मेदार होंगे. डग्गामार और बिना परमिट वाले वाहन किसी भी दशा में सड़क पर न उतरने पाए |
योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद परिवहन विभाग के आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने सभी उप परिवहन आयुक्त, संभागीय परिवहन अधिकारी, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि एक माह तक अनवरत रूप से सड़क अभियान चलाया जाए. इस दौरान यात्री बसों के साथ ही स्कूली वाहनों की भी चेकिंग की जाए |
गौरतलब है कि पिछले आगरा एक्सप्रेस वे पर दूध के कंटेनर में तेज रफ्तार बस पीछे से जा घुसी थी. इस घटना में 18 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. मरने वालों में 14 पुरुष, 3 महिलाएं और एक बच्चा शामिल थे, जबकि कई यात्री घायल हो गए थे |