इन्दौर(विश्व परिवार)। संत शिरोमणी आचार्यश्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी के परम प्रभावक शिष्य परम तपस्वी मुनि श्री 108 संधान सागर जी महाराज का इन्दौर के मोहता भवन में 51वाँ अवतरण दिवस श्रावको ने बड़े उत्साह के साथ मनाया। प्रातः काल में ही श्रावक गण बैड पार्टी के साथ गुरु चरणों में पहुँचे वहाँ मुनिसंघ के दर्शन के साथ पूज्य मुनिवर की पाद प्रक्षालन किया साथ ही सभी ने भक्ति भाव से मुनिश्री की पूजा भी की। पुरा संत भवन बहुत सुन्दर सजाया गया। मुनि श्री के कर कमलो में इस अवसर पर अनेको भक्तों ने शास्त्र भेंट कर पुण्यार्जन किया । राजस्थान की गुलाबी नगर जयपुर में जन्मे बालक रोहित ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज से दीक्षा ले अपनेकदम मोक्षमार्ग पर बढायें। मुनिश्री की वाणी से हजारी लाखों प्रभावित हो सात्विक जीवन जीने की ओर बढ़ रहे हैं। ध्यान रहे इस अवसर पर पूज्य श्री के गृहस्थ अवस्था के बड़े भ्राता मोनिक काला आदि परिवार सहित उपस्थित थे (मुनिवर का अवतरण दिवस इन्दौर में ही से नही अपितु एलोरा में गुरुकूल एवं समाज ने बड़ी धूमधाम से मनाया। उन्होंने मुनि श्री के जीवन वृत पर पोस्टर आदि का विमोचन किया।
इन सब के होते हुये भी पूज्य मुनि श्री ने इस दिन उपवास रखा, ध्यान किया । मुनि श्री सदैव कहते है जन्म की सार्थकता तप करने में हैं। 24 में से २२ तीर्थकर ने जन्मल्याणक के दिन ही दीक्षा / तप कल्याण को अंगीकार किया। यह इस बात का घोतक है कि मिला हुम तप है कर्म का नाश” मुनि श्री कहते ही नहीं तपस्या करके बताते है कि हमने बहुत शक्ति है उसे उदघाटित करें।