नई दिल्ली (विश्व परिवार)। भारतीय वायुसेना ने एयरो इंडिया 2025 के दौरान एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय एयर चीफ्स राउंडटेबल का आयोजन किया। मंगलवार को इस कार्यक्रम में 17 देशों के वायु सेना प्रमुखों और लगभग 40 अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
भविष्य के संघर्षों पर चर्चा करने के लिए आयोजित किया गया था राउंडटेबल सम्मेलन
यह राउंडटेबल सम्मेलन वैश्विक सुरक्षा के बढ़ते संकटों और भविष्य के संघर्षों पर चर्चा करने के लिए आयोजित किया गया था। चर्चा का मुख्य विषय ‘भविष्य के संघर्षों में मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) और मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहनों (यूसीएवी) का प्रभाव’ था। इस दौरान इन नई तकनीकों के प्रभाव और उनकी भूमिका पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
इस आयोजन का उद्देश्य
इस आयोजन का उद्देश्य वैश्विक सुरक्षा मामलों पर सहयोग और विचारों का आदान-प्रदान करना था, ताकि सभी देशों की वायु सेना इस तेजी से बदलती तकनीकी दुनिया में सामूहिक रूप से सुरक्षा के मुद्दों का समाधान ढूंढ सके। भारतीय वायुसेना ने इस राउंडटेबल के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की असली भावना को प्रदर्शित किया और यह दिखाया कि दुनिया भर के एयर चीफ्स एक साथ मिलकर भविष्य के खतरों से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस संबंध में भारतीय वायुसेना ने शेयर किया पोस्ट
भारतीय वायुसेना ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर जानकारी दी। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “वर्तमान एयरो इंडिया 2025 के दौरान, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने 11 फरवरी 25 को अंतर्राष्ट्रीय वायु सेना प्रमुखों के गोलमेज सम्मेलन की मेजबानी की। इस कार्यक्रम में विभिन्न देशों के 17 वायु सेना प्रमुखों और 40 अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया। भविष्य के संघर्षों पर मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) और मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहनों (यूसीएवी) के प्रभाव पर चर्चा की गई। इस सम्मेलन ने उभरते वैश्विक सुरक्षा मुद्दों को संबोधित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की सच्ची भावना का उदाहरण प्रस्तुत किया।”