इंदिरा यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में राजपाल यादव ने साझा की अपनी कहानी और युवाओं को किया प्रेरित
रायपुर (विश्व परिवार)। इंदिरा यूनिवर्सिटी के राजधानी रायपुर में आयोजित इंदिरा यूथ यात्रा और लीडरशिप अवॉर्ड्स में युवाओं के सशक्तिकरण और नेतृत्व के क्षेत्र में एक नई दिशा दिखाई। इस प्रेरणादायक शाम के मुख्य अतिथि के रूप में बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और कॉमेडी किंग राजपाल यादव ने शिरकत की और अपने जीवन के संघर्षों और सफलता के अनुभवों को साझा किया।
राजपाल यादव ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि सफलता के लिए कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने बताया कि जीवन में आने वाली कठिनाइयों और संघर्षों को गले लगाना ही असल सफलता की ओर बढ़ने का रास्ता है। जो व्यक्ति बिना संघर्ष के सफलता की राह पर चलता है, वह केवल चमत्कारी परिणाम की उम्मीद करता है, लेकिन असल में सफलता वह है जो परिश्रम और कठिनाइयों से गुजरने के बाद प्राप्त होती है।
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान नहीं, बल्कि संस्कार भी देती है। शिक्षा के जरिए हम सिर्फ पढ़ाई नहीं करते, बल्कि अपने भीतर अनुशासन और ईमानदारी जैसी महत्वपूर्ण बातें भी सीखते हैं, जो हमें जीवन में सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए सक्षम बनाती हैं।
राजपाल यादव ने अपनी सफलता के सफर का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कई संघर्षों का सामना किया, लेकिन कभी हार नहीं मानी। उन्होंने बताया कि मेरे पास शुरुआत में कोई बड़ा नाम नहीं था, लेकिन मैंने कभी यह नहीं सोचा कि मैं हार मानूंगा। मैंने छोटी-छोटी भूमिकाओं से शुरुआत की और जब मेहनत एवं लगन से काम किया और आज इस मुकाम पर हूं।
समाज और देश के लिए बड़े सपने देखने की प्रेरणा
राजपाल यादव ने युवाओं से यह भी कहा कि वे सिर्फ अपने करियर के बारे में नहीं सोचें, बल्कि समाज और देश के लिए कुछ बड़ा करने का सपना देखें। उन्होंने समाज में योगदान और नेतृत्व के महत्व पर जोर दिया और कहा कि हमारे पास जो कुछ भी है, उसे साझा करना ही असली सफलता है।
इस कार्यक्रम में विशेष अतिथियों के रूप में डॉ. पंडित माली, सीईओ, इंदिरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स, पुणे और रजी थॉमस, चीफ कॉर्पोरेट रिलेशन्स एंड आउटरीच ऑफिसर, इंदिरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स, पुणे ने भी अपने विचार साझा किए।
लीडरशिप अवॉर्ड्स और प्रतिभागियों की भागीदारी
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता दिखाने वाले व्यक्तियों को लीडरशिप अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया। इंदिरा यूथ यात्रा और लीडरशिप अवॉर्ड्स में 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें छात्र, प्रोफेशनल्स और शिक्षक शामिल थे। सम्मानित होने वाले में इंदिरा के पुणे इंस्टिट्यूट के एमबीए के सैकंड बैच का स्टूडेंट और वर्तमान में कांकेर कलेक्टर निलेश क्षीरसागर प्रमुख थे। इस आयोजन ने इंदिरा यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता को फिर से उजागर किया कि वह भविष्य के नेताओं को तैयार करने के लिए विश्वस्तरीय शिक्षा और पहल प्रदान करने में समर्पित है।