- प्रतियोगिता के शीर्ष चार खिलाड़ि भुवनेश्वर में अखिल भारतीय विश्वविद्यालय खेलों में करेंगे प्रदर्शन…
- मैदान पर सीखे गए गुण जीवन के हर पहलू में सीधे तौर पर परिलक्षित होते हैं… प्रो. डी.पी सिंह
रायपुर(विश्व परिवार)| श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय परिसर में शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा अंतर महाविद्यालय तीरंदाजी प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में रायपुर सेक्टर से पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के 12 संबद्ध महाविद्यालयों के कुल 30 खिलाड़ियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में 15 लड़कियों और 15 लड़कों ने अपनी तीरंदाजी कौशल का प्रदर्शन किया। खिलाड़ियों ने कंपाउंड राउंड, इंडियन राउंड और रिकर्व राउंड में अपनी प्रतिभा दिखाई।
मुख्य अतिथि यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष एवं टीआईएसएस चांसलर प्रो. डी.पी सिंह ने विद्यार्थियों और प्रतिभागियों से भेंट कर कहा कि मेरे लिए यह वास्तव में सम्मान की बात है। हम न केवल खेल की भावना के लिए बल्कि शिक्षा, ज्ञान और रचनात्मकता के आदर्शों को अपनाने के लिए भी एकत्र हुए हैं जो हमारे भविष्य को आकार देंगे।
शिक्षा के मौलिक मूल्य पर जोर देते हुए कहा कि , शिक्षा केवल पाठ्यपुस्तकों या परीक्षाओं के बारे में नहीं है; यह आने वाली दुनिया के लिए खुद को तैयार करने, आलोचनात्मक सोच, नवाचार और लगातार बदलते वैश्विक परिदृश्य के अनुकूल होने की क्षमता को बढ़ावा देने के बारे में है। ज्ञान वह नींव है जिस पर हम अपना भविष्य बनाते हैं। यह हमें सशक्त बनाता है, हमारे जुनून को प्रज्वलित करता है और अनंत संभावनाओं के द्वार खोलता है।विद्यार्थी के रूप में, आप अपनी यात्रा के एक महत्वपूर्ण चरण में हैं, जहाँ आपके पास उज्ज्वल भविष्य के लिए मार्ग बनाने का अवसर है। अपने आप को केवल कक्षा तक सीमित न रखें।
प्रो. सिंह ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ, विद्यार्थियों के विकास का एक और ज़रूरी हिस्सा है खेल । खेल जीवन के मूल्यवान सबक सिखाते हैं: अनुशासन, दृढ़ता, टीमवर्क और लचीलापन। मैदान पर सीखे गए ये गुण जीवन के हर पहलू में सीधे तौर पर परिलक्षित होते हैं, चाहे वह आपकी शैक्षणिक गतिविधियों, पेशेवर जीवन या व्यक्तिगत संबंधों में हो।यह खेल आयोजन सिर्फ़ जीतने या हारने के बारे में नहीं है; यह प्रयास का जश्न मनाने, चरित्र निर्माण और समुदाय की भावना को बढ़ावा देने के बारे में है। भविष्य आपको बनाना है और मैं आपकी शैक्षणिक यात्रा, खेलकूद और आपके सभी भावी प्रयासों के लिए आपको शुभकामनाएँ देता हूँ।
इस प्रतियोगिता के शीर्ष चार खिलाड़ियों का चयन किया गया, जो KKIT भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित अखिल भारतीय विश्वविद्यालय खेलों में भाग लेंगे।
बॉयज केटेगरी इंडियन राउंड के विजेता नकुल सिंह(विप्र कॉलेज) ,कंपाउंड राउंड के विजेत अर्क महोबिया (महंत कॉलेज), रिकर्व राउंड के विजेता मयूर (महाराजा अग्रसेन कॉलेज) रहे ।
गर्ल्स केटेगरी में इंडियन राउंड की विजेता हर्षिता साहू (शासकीय छत्तीसगढ़ कॉलेज), कंपाउंड राउंड की विजेता आर्शी यादव (महंत कॉलेज ), रिकर्व राउंड की विजेता छमा पिस्दा (शासकीय डी. बी गर्ल्स कॉलेज) रही।
यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. सौरभ कुमार शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस प्रतियोगिता ने न केवल प्रतिभागियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान किया, बल्कि युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी किया। प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए शारीरिक शिक्षा विभाग की टीम को बधाई। इस तरह की प्रतियोगिताएं छात्रों के समर्पण और मेहनत को दर्शाती हैं और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में मदद करती हैं।
इस तीरंदाजी प्रतियोगिता के सभी उत्कृष्ट विजेताओं और प्रतिभागियों को यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री हर्ष गौतम, कुलपति प्रो. एस. के सिंह और शारीरिक शिक्षा विभाग के निर्देशक डॉ.सुमित तिवारी ने शुभकामनाएं दी और कहा कि प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों में खेल के प्रति जागरूकता और प्रतिस्पर्धात्मक भावना को बढ़ावा देना था।