रायपुर (विश्व परिवार)। राजकुमार कॉलेज, रायपुर में विगत दो दिनों से आयोजित अंतर्दलीय नाट्य स्पर्धा 2025 का आज समापन हुआ। राणा दल ने सर्वाधिक अंक अर्जित कर खैरागढ़ के मेजर राजा बहादुर बिरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा प्रदत्त खैरागढ़ ट्रॉफी पर कब्जा किया। प्रतियोगिता के प्रथम दिवस पर विद्यार्थियों द्वारा चार दलों, क्रमशः आर्य, बिक्रम, राजपूत और राणा के विद्यार्थियों द्वारा अंग्रेजी के चार नाटकों का मंचन किया गया और दूसरे दिन चार हिंदी नाटकों की प्रस्तुति हुई। ज्ञात हो कि यह प्रतियोगिता प्रतिवर्ष आयोजित कराई जाती है जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी अभिनय कला दिखाने का सुअवसर प्राप्त होता है। प्रथम दिवस पर अंग्रेज़ी के चार नाटकों अ मिड समर नाइट्स ड्रीम, द बॉय हू ब्रोक द बैंक, वन्स अपॉन अ टाइम और द होम कमिंग का मंचन हुआ। द्वितीय दिवस पर हिंदी के प्रसिद्ध रचनाकार फणीश्वर नाथ रेणु की रचनाओं पर आधारित हिंदी के चार नाटकों मारे गए गुलफ़ाम, ठेस, कितने चौराहे और पंचलाइट का मंचन हुआ। प्रथम दिवस के निर्णायक मंडल के सदस्य डॉ. रविशंकर पाणिकर, श्री वैभव किशोर और श्रीमती नुपुर गुप्ता थे तथा द्वितीय दिवस के निर्णायक मंडल के सदस्य श्रीमती वनजा भावे, श्री नीरज गुप्ता और श्री पी.के. निमोनकर थे। प्रतियोगिता के समापन पर प्राचार्य महोदय ने विद्यार्थी कलाकारों, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं इस कार्यक्रम से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुड़े सभी लोगों के योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा कि अभिनय कला के विकास के लिए ऐसे आयोजन में विद्यार्थी बढ़-चढ़कर भाग लें और अपनी प्रतिभा निखारने के लिए हमेशा तत्पर रहें।
प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे-
अंग्रेजी नाटक वर्ग- सर्वश्रेष्ठ अभिनेता– नील मुखोपाध्याय (राणा दल), सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री- अद्रिजा कुमारी देवी (राणा दल), सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता- चैतन्य मोड़क (बिक्रम दल), सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री- आयुषि सेठिया (राजपूत दल), सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार- यथार्थ केला (राजपूत दल) हिंदी नाटक वर्ग- सर्वश्रेष्ठ अभिनेता– घनिष्ठ प्रताप दुग्गड़ (आर्य दल), सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री- तमन्ना सिदार (राणा दल) व पलक अग्रवाल (आर्य दल), सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता- प्रियांशु
भाटी (राणा दल), सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री- श्रेयल जैन (राजपूत दल) अंकों के आधार पर दलों की क्रमवार स्थिति इस प्रकार रही- प्रथम स्थान- राणा दल, द्वितीय स्थान- राजपूत दल, तृतीय स्थान- आर्य दल, चतुर्थ स्थान- बिक्रम दल