गुजरात (विश्व परिवार)। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के नवसारी में ‘लखपति दीदी सम्मेलन’ में भाग लिया और 10 लखपति दीदियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने पांच महिलाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने लखपति दीदियों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनके कार्यों से देशभर की हजारों महिलाएं प्रेरित हो रही हैं।
सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि 25,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों (SHG) की 2.5 लाख से ज्यादा महिलाओं को 450 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर गुजरात में ‘लखपति दीदी योजना’ की सफलता को दर्शाने वाली एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई जाएगी। इस कार्यक्रम में नवसारी, वलसाड और डांग जिलों की लगभग एक लाख महिलाएं भाग ले रही हैं, जिनमें से कई लखपति दीदी बनने का लक्ष्य हासिल कर चुकी हैं या उसे पाने की कोशिश कर रही हैं।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी दो नई योजनाओं – ‘जी-सफल’ और ‘जी-मैत्री’ की शुरुआत करेंगे। ये योजनाएं विशेष रूप से हाशिए पर मौजूद समुदायों की महिलाओं के उत्थान और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई हैं। अगले पांच वर्षों में, इन योजनाओं से गुजरात के दो आकांक्षी जिलों और 13 आकांक्षी तालुकों में 50,000 जरूरतमंद परिवारों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
लखपति दीदी योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें और हर साल कम से कम 1 लाख रुपये की आय अर्जित कर सकें। प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद कर रही है और उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बना रही है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम ने महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रखा है। इससे देशभर की महिलाओं को नए अवसर मिलेंगे और वे आत्मनिर्भर बनने की राह पर आगे बढ़ सकेंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करेगी।