जबलपुर(विश्व परिवार)। जबलपुर संगम कॉलोनी श्री 1008 चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर शिष्य और शीशी को डॉट अवश्य लगाना चाहिए। यदि शीशी में डॉट न हो तो माल सुरक्षित नहीं रह सकता और शिष्य को डांटो नही तो शिष्य सुरक्षित नहीं रह सकता मुनि श्री ने आज अपनी “विद्या धारा प्रवचन माला” के दौरान सभी उपस्थित समुदाय को संबोधित करते हुए कहा आत्मानुशासन ही परम शासन है, आत्मानुशासन से किसी को कष्ट नहीं होता लेकिन दूसरे पर शासन जमाने पर दूसरे को कष्ट अवश्य पहुँचता है।और किसी दूसरे पर शासन करने का भाव ही हिंसा है। इसीलिए भगवान् महावीर ने किसी पर शासन नहीं चलाया, वे आत्मानुशासन में लगे रहे अतः नियंत्रण आस्था के ऊपर आधारित रहता है। मुनि श्री ने सभी को आत्मानुशासित रहने की प्रेरणा दी और बताया कैसे विद्यासागर जी महाराज अंतिम समय तक आत्मानु शासित थे तभी जब अंतिम समय उनकी सेवा करने का प्रयत्न किया गया उन्होंने उसे भी स्वीकार ना करते हुए स्व अनुशासन का नया कीर्तिमान स्थापित किया महाराज श्री ने बताया की स्व अनुशासित होने का मंगल अवसर “विद्या वर्धनी शिविर” के रूप में आपके बीच पर्युषण पर्व में आने वाला है जिसमें आपको प्रैक्टिकल सेल्फ लर्निंग क्लासेज भी दी जाएंगी जिसके रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन वा ऑफलाइन प्रारंभ है प्रतिदिन संगम कॉलोनी में गुरु संस्मरण की प्रवचन श्रृंखला प्रारंभ है।