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जैन धरोहर दिवस 2025: पुणे और मुंबई में श्री सेठी जी की चतुर्थ पुण्यतिथि पर आयोजन

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“श्री निर्मल कुमार सेठी के योगदान को समर्पित—26-27 अप्रैल को भव्य कार्यक्रम” राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री सहित अनेक गण्यमान्य करेंगे शिरकत।

रायपुर (विश्व परिवार)। समाचार लेख: जैन धरोहर दिवस 2025 दिनांक: 26 एवं 27 अप्रैल — स्थान: पुणे एवं मुंबई। श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा एवं सेठी ट्रस्ट द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित “जैन धरोहर दिवस” इस वर्ष 26 एवं 27 अप्रैल 2025 को पुणे और मुंबई में भव्य रूप से मनाया जा रहा है। 27 अप्रैल दोपहर 1 बजे यह आयोजन मुंबई के पश्चिम विले पार्ले स्थित मुकेश पटेल सभागृह में संपन्न होगा।

इस गरिमामय कार्यक्रम में शिरकत करेंगे: जैन साधक श्री देवेंद्र ब्रह्मचारी जी, पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस जी एवं कई अन्य गणमान्य अतिथि व विद्वान।

महासभा की स्थापना वर्ष 1894 में सेठ राजा लक्ष्मणदास जी द्वारा मथुरा में की गई थी। वर्तमान में यह संस्था देश के 28 प्रांतों में अपनी शाखाओं के माध्यम से सक्रिय भूमिका निभा रही है।

महासभा के दीर्घकालीन अध्यक्ष स्व. श्री निर्मल कुमार सेठी जी ने संस्था के प्रचार-प्रसार, जैन पुरातत्व संरक्षण, शिक्षा, महिला उत्थान तथा विदेशों में जैन धर्म के प्रचार में अतुलनीय योगदान दिया।

उनके निधन के उपरांत, 27 अप्रैल को “जैन धरोहर दिवस” के रूप में मनाने का प्रस्ताव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (कोलकाता सर्कल) के श्री शुभ मजूमदार द्वारा रखा गया था, जिसे नई दिल्ली स्थित अंबेडकर स्टेडियम में उपस्थित विद्वानों एवं समाजजनों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया।

पिछले वर्षों में यह दिवस दिल्ली, मथुरा, गुवाहाटी, सूर्यपहाड़, श्रवणबेलगोला और बंगलौर जैसे स्थलों पर श्रद्धा एवं सम्मान के साथ मनाया जा चुका है। प्रत्येक वर्ष इस अवसर पर दो विशिष्ट विद्वानों को “कला एवं पुरातत्व” तथा “दर्शन एवं साहित्य” के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान हेतु सम्मानित किया जाता है।

वर्ष 2025 के ये पुरस्कार मुंबई में प्रदान किए जाएंगे।

सेठी जी ने अपने जीवनकाल में लगभग 40 देशों का भ्रमण कर जैन धरोहरों का अध्ययन एवं संरक्षण कार्य किया। उनकी स्मृति में आयोजित यह दिवस केवल एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि जैन विरासत के प्रति हमारी सामूहिक जागरूकता और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

समस्त जैन समाज से आग्रह है कि वे 27 अप्रैल को अपने-अपने स्थानों पर “जैन धरोहर दिवस” मनाकर, श्री सेठी जी को श्रद्धासुमन अर्पित करें।

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