नई दिल्ली (विश्व परिवार)। केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल ने श्रीनगर में जम्मू एवं कश्मीर के शहरी विकास और विद्युत क्षेत्र के परिदृश्य की समीक्षा की। बैठक के दौरान केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में बिजली क्षेत्र के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने यात्रा के दौरान विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। बैठक में जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला और उनके सलाहकार नासिर असलम वानी भी मौजूद थे।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने इस बात पर जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर में जलविद्युत की अपार संभावनाएं हैं, जिनका प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश को जलविद्युत परियोजनाओं के लिए स्थानीय कार्यबल के कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए केंद्र सरकार के साथ समन्वय में काम करना चाहिए।
कल गुरुवार को बैठक में मनोहर लाल ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में उनके दौरे से समस्याओं के समाधान और नई पहलों की पहचान करने में सहायता मिलेगी, जो केंद्र शासित प्रदेश के नागरिकों के लिए सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए की जा सकती हैं। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन से संसाधन पर्याप्तता योजना के अनुसार क्षमता वृद्धि की योजना बनाने को कहा।
केंद्रीय विद्युत मंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश को आरडीएसएस के तहत स्वीकृत कार्यों को तेजी से लागू करने की सलाह दी। प्रदेश को समयबद्ध तरीके से प्रीपेड स्मार्ट मीटरिंग कार्य शुरू करने की सलाह दी। इसकी शुरुआत सरकारी प्रतिष्ठानों से की जाए और उसके बाद वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए इसे लागू किया जाए। अनुभव और लाभों के प्रदर्शन के आधार पर, स्मार्ट मीटर को अन्य श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए भी शुरू किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश को लंबित सरकारी ऋण बकाया का भुगतान तेजी से करना चाहिए और अगस्त 2025 तक सभी सरकारी प्रतिष्ठानों और सरकारी कॉलोनियों के लिए प्रीपेड मीटर प्रदान करने चाहिए। (PIB)