रायपुर (विश्व परिवार)। 01 मई की शाम को खारुन नदी के तट पर स्थित महादेव घाट में आयोजित खारुन गंगा महाआरती भयंकर आंधी-तूफान और तेज बारिश के बावजूद अत्यंत भक्ति भाव और श्रद्धा के साथ सम्पन्न हुई। बिजली गुल हो जाने के बाद भी भक्तों ने हार नहीं मानी। सभी श्रद्धालुओं ने अपने-अपने मोबाइल की टॉर्च जलाकर घाट को रोशन कर दिया और उसी उजाले में महाआरती का दिव्य आयोजन संपन्न हुआ।
यह दृश्य अत्यंत प्रेरणादायक और भावुक कर देने वाला था — जहाँ एक ओर प्रकृति ने अपनी शक्ति दिखाई, वहीं दूसरी ओर भक्तों की अटूट श्रद्धा और आस्था ने यह साबित कर दिया कि भक्ति किसी बाधा की मोहताज नहीं होती।
महादेव घाट जन सेवा समिति ने इस आयोजन में भाग लेने वाले समस्त श्रद्धालुजनों, स्थानीय नागरिकों एवं पूरे छत्तीसगढ़वासियों का हृदय से आभार व्यक्त किया है। समिति का कहना है कि महादेव घाट श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है, जो सदैव दीपों से जगमगाता रहेगा।
कार्यक्रम के समापन पर भक्तों ने “जय खारुन गंगा मैया”, “जय हाटकेश्वर महादेव” और “जय छत्तीसगढ़ महतारी” के जयघोष से वातावरण को भक्तिमय कर दिया।
छत्तीसगढ़ की आस्था और एकता की यह मिसाल आने वाले समय में भी प्रेरणा देती रहेगी।