रायपुर (विश्व परिवार)। कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार और एनएचएआई से मांग की है कि कुम्हारों टोल प्लाजा को अविलंब बंद किया जाए। अवैध वसूली की उच्च स्तरीय जांच की जाए। स्थानीय नागरिकों को यातायात जाम और दुर्घटनाओं से राहत दिलाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। स्थानीय नागरिकों से नियम विरुद्ध फास्ट्रैक कैमरा लगा कर, अवैध वसूली की जा रही है इस प्रकरण में कंपनी से जनता से वसूली गई रकम वसूली जाए।
यह मांग कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंकज शर्मा और कन्हैया अग्रवाल ने कांग्रेस भवन में पत्रकारवार्ता लेकर कही।
इन्होंने कहा कि लंबे समय से रायपुर और दुर्ग के बीच संचालित कुम्हारो टोल नाके की अनियमिताएँ एवं अवैध वसूली के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोला हुआ है इस संबंध में चरणबद्ध आंदोलन कर अवैध वसूली को रोकने की मांग समय-समय पर की गई है, लेकिन अब तक इस मामले में ना ही राज्य सरकार ने कोई सार्थक कदम उठाया है ना ही केंद्र इस अवैध वसूली को लेकर गंभीर है, पूरे प्रकरण में आज कांग्रेस नेता पूर्व विधायक विकास उपाध्याय एवं जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंकज शर्मा एवं कन्हैया अग्रवाल ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर टोल की अवैध वसूलों के तथ्य मीडिया कर्मियों के सामने रखें।रायपुर से दुर्ग के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-53 (पूर्व ह॥-6) पर संचालित कुम्हारी टोल प्लाजा को लेकर जन आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। केवल 54 किलोमीटर की दूरी में तीन टील प्लाजा मंदिर हसौद (किमी 258), कुम्हारी (किमी 281), और दुर्ग (किमी 312) संचालित हो रहे हैं, जो भारत सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन है, जिसमें दो टोल प्लाजा के बीच कम से कम 60 किलोमीटर की दूरी अनिवार्य की गई है। सबसे विवादास्पद स्थिति कुम्हारी टोल प्लाजा को लेकर है, जिसकी वैधानिक वसूली अवधि समाप्त हो चुकी है, फिर भी यह 20 से 25 वर्षों से अवैध रूप से संचालित हो रहा है। स्थानीय निवासियों, खासकर रायपुर के टाटीबंध और कुम्हारी नगर निगम क्षेत्र के लोगों को प्रतिदिन भीषण ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है। कई बार 1 से 2 घंटे तक यात्री जाम में फंसे रहते हैं।
जनप्रतिनिधियों द्वारा इस मुद्दे को कई बार केंद्र सरकार और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के समक्ष उठाया गया है। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर इस टोल प्लाजा को अविलंब बंद करने की मांग पहले ही की थी पर सरकार इस मामले में गंभीर नहीं है और टोल वसूली जारी है वैसे तो नियमानुसार जब टॉल वसूली को निर्धारित लागत वर्षों पहले ही वसूल की जा चुकी है, ती इस टोल प्लाजा का संचालन पूरी तरह से अवैध और जनविरोधी है।
कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि सीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो वे चरणबद्ध आंदोलन चलाएंगे और आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली तक विरोध प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस का सीधा आरोप है कि यह टोल नाका न केवल अवैध वसूली का केंद्र बन गया है, बल्कि जानलेवा जाम और दुर्घटनाओं की वजह से यह स्थानीय नागरिकों के लिए संकट का कारण बन चुका है।