कॉलेजों में प्रवेश अब 31 जुलाई तक, पीआरएसयू ने जारी किया आदेश
जिन छात्रों ने ऑनलाइन आवेदन नहीं किया, उन्हें ऑफलाइन मिलेगा प्रवेश
इस शिक्षा सत्र से स्नातक प्रथम वर्ष में लागू होगी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020
रायपुर(विश्व परिवार)। शिक्षा सत्र 2024-25 के तहत छत्तीसगढ़ के कॉलेजों में बीए, बीएससी, बीबीए, बीकॉम समेत अन्य स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से जारी शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार कॉलेजों में प्रवेश की अंतिम तिथि 25 जुलाई थी। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की तरफ से संबद्ध कॉलेजों में प्रवेश की तिथि को बढ़ाकर 31 जुलाई कर दिया है। 26 से 31 जुलाई तक कालेजों में कुलपति के आदेश के बाद प्रवेश देने का नियम है।इसके मुताबिक पीआरएसयू से संबद्ध लगभग 150 कालेजों में 31 जुलाई तक प्रवेश दिए जाएंगे। जिन छात्रों ने प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं किया है, उन्हें भी ऑफलाइन प्रवेश दिया जाएगा। छात्रों को जिन कॉलेजों में प्रवेश लेना है तो जरूरी दस्तावेज लेकर सीधे कालेज पहुंचकर प्रवेश ले सकते हैं।
छात्र को ऑफलाइन प्रवेश देने के बाद विश्वविद्यालय के पोर्टल में एक अगस्त तक ऑनलाइन विवरण अपडेट करना है। पोर्टल में विवरण अपडेट करने की जिम्मेदारी कॉलेज की है। पोर्टल पर विवरण नहीं होने पर अभ्यर्थी का प्रवेश शून्य माना जाएगा। इसके लिए कॉलेज प्राचार्य और प्रवेश प्रभारी जिम्मेदार होंगे।
गौरतलब है कि कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया जून से शुरू हो गई थी। प्रवेश के लिए पहली मेरिट सूची 26 जून की गई थी। इसके मुताबिक आठ जुलाई तक प्रवेश हुए। नौ जुलाई को विश्वविद्यालय की तरफ से दूसरी मेरिट लिस्ट जारी की गई। इसके मुताबिक कॉलेजों में प्रवेश 25 जुलाई तक चले।
कुछ कॉलेजों में ओपन काउंसिलिंग के जरिए भी छात्रों को प्रवेश दिए गए हैं,लेकिन ओपन काउंसिलिंग में उन्हीं छात्रों को शामिल किया गया है,जिन्होंने पहले से प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। लेकिन अब सभी छात्रों को प्रवेश का मौका दिया जा रहा है।
बीए,बीएससी की सीटें खाली
दुर्गा कालेज, देवेंद्र नगर कन्या महाविद्यालय, राधाबाई नवीन कन्या महाविद्यालय,शहीद राजीव पांडेय महाविद्यालय अमलीडीह,डागा कन्या कॉलेज समेत अन्य शासकीय और निजी कॉलेजों में बीए और बीएससी की 20 से 30 प्रतिशत सीटें खाली है। लेकिन बीकाम की सीटें काफी संख्या में भर गई है।
ओपन काउंसिलिंग के माध्यम से बीए,बीएससी की भी सीटें भरी है, इससे पहले इन कक्षाओं की सीटें काफी खाली थी। वहीं ऑटोनामस कालेजों की सीटें लगभग भर गई है। इन कॉलेजों में कुछ पाठ्यक्रमों में आरक्षित वर्ग की सीटें खाली है, जिन्हें नियमानुसार अनारक्षित कर छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा।
प्रवेश के दिनों में हुई कटौती
इस वर्ष प्रवेश के दिनों में कटौती की गई है। पिछले वर्षों तक कॉलेजों में कुलपति की अनुमति से 14 अगस्त तक प्रवेश दिए जाते थे, लेकिन इस बार 14 दिन की कटौती की गई है। प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जुलाई कर दी है। जानकारी की मुताबिक इस शिक्षा सत्र से स्नातक प्रथम वर्ष में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू की जा रही है। प्रथम वर्ष की पढ़ाई वार्षिक की जगह अब सेमेस्टर प्रणाली से होगी।
इसके अलावा स्वाध्यायी छात्रों को भी शुरुआत में ही पंजीयन करवाना अनिवार्य हो गया है। इस वजह से जब नियमित छात्रों के प्रवेश पूरे होंगे, इसके बाद स्वाध्यायी छात्रों का नामांकन शुरू होगा। दिसंबर में सेमेस्टर परीक्षा भी करवाना है। इस कारण से प्रवेश के दिनों को कम किया गया है।