Home छत्तीसगढ़ एम्स रायपुर और पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय...

एम्स रायपुर और पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के बीच शैक्षणिक एवं शोध सहयोग के लिए एमओयू हस्ताक्षरित

43
0

रायपुर (विश्व परिवार)। छत्तीसगढ़ में चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा वितरण को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), रायपुर ने पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर 5 जून 2025 को हस्ताक्षर किए।
यह एमओयू एम्स रायपुर के कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल और पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रदीप कुमार पात्र तथा कुलसचिव डॉ.
दिनेश कुमार सिन्हा द्वारा हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर एम्स रायपुर से डॉ. अभिरुचि गल्होत्रा (डीन, रिसर्च), डॉ. एकता खंडेलवाल (एसोसिएट डीन, रिसर्च), और डॉ. पुगझेंथन थंगराजू (फैकल्टी इंचार्ज, एमओयू) उपस्थित रहे। साथ ही विश्वविद्यालय की ओर से डॉ. अजीतेश मिश्रा और डॉ. आशीष पटेल भी मौजूद थे। इस साझेदारी का उद्देश्य फैकल्टी एक्सचेंज, संयुक्त शोध परियोजनाएं, कौशल विकास कार्यक्रम, एकीकृत शिक्षण मॉड्यूल, और शैक्षणिक संसाधनों एवं अधोसंरचना के साझाकरण जैसे क्षेत्रों में अंतर-संस्थागत सहयोग को बढ़ावा देना है। विशेष रूप से आयुष आधारित एकीकृत चिकित्सीय पद्धतियों, सामुदायिक आउटरीच और बहुविषयक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ावा देने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
समारोह के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल ने कहा, “क्षेत्रीय स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए संस्थानों के बीच समन्वय अत्यंत आवश्यक है। यह सहयोग आधुनिक चिकित्सा और पारंपरिक ज्ञान प्रणाली के समावेश का प्रतीक है। मिलकर हम छत्तीसगढ़ में शिक्षा और साक्ष्य-आधारित स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।”
प्रो. (डॉ.) प्रदीप कुमार पात्र ने अकादमिक शक्ति को नैदानिक विशेषज्ञता से जोड़ने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “यह समझौता हमारे छात्रों और शिक्षकों के लिए देश के एक अग्रणी चिकित्सा संस्थान के साथ जुड़ने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है, जिससे हमारे पाठ्यक्रम और अनुसंधान दोनों समृद्ध होंगे।”
यह समझौता भविष्य में संयुक्त सेमिनार, कार्यशालाओं, सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) कार्यक्रमों, नैदानिक अनुसंधान, सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलों, तथा संयुक्त डिग्री और डिप्लोमा कार्यक्रमों के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। यह ऐतिहासिक सहयोग छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत है, जिसमें दोनों संस्थान उत्कृष्टता, नवाचार और समाज सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here