इंदौर { विश्व परिवार } : संत शिरोमणी आचार्य श्री 108 विद्या सागर जी महाराज के परम प्रभावक एवं परम तपस्वी शिष्य मुनि श्री 108 संधान सागर जी महाराज ने चातुर्मास के दौरान विभिन्न साधना की वहीं अंत मे चातुर्मास का निष्ठापन्न भी बेला ( दो उपवास ) के साथ किया । चातुर्मास के सम्पर्क प्रमुख राहुल जी ने बताया कि पूज्य मुनि श्री की दीक्षा 2015 मे बीना बारहा में बेला के साथ हुई तब से मुनि श्री चातुर्मास की स्थापना एवं निष्ठापन बेला से ही करते है । आचार्य श्री के संघ मे भी पूज्य मुनि श्री 8 वर्ष लगातार रहे एवं बेला से ही स्थापना एवं निष्ठापन किये ।
आज पूज्य मुनिवर ने मौनव्रत की भी साधना की । साथ ही सांवत्सरिक ( वार्षिक ) प्रतिक्रमण भी किया । मुनि श्री प्रमाण सागर जी महाराज के संघस्थ मुनिवर गुरु आशीष से बड़ी बड़ी साधना सहज ही कर लेते है ।