रायपुर (विश्व परिवार)। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में 12 जून 2025 को एक विशेष आयोजन के तहत तीन अत्याधुनिक स्मार्ट क्लासरूम (F-40, F-38, F-13) और एक नवनिर्मित डाटा साइंस एंड एनालिटिक्स लैब प्रयोगशाला का उद्घाटन किया गया। यह आयोजन संस्थान में पढ़ाई की सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम रहा। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एनआईटी रायपुर एवं आईआईटी भिलाई के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के माननीय अध्यक्ष डॉ. सुरेश हावरे उपस्थित रहे, जिनके करकमलों से इन आधुनिक क्लासरूम का उद्घाटन किया गया । इस दौरान उनके साथ एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव, और एलुमनी एसोसिएशन ऑफ जीईसीएनआईटी के अध्यक्ष तथा पॉलीबॉन्ड इन्सुलेशन प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन श्री उमेश चितलांगिया, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष श्री हेमंत वर्मा,एनआईटी रायपुर के रजिस्ट्रार डॉ. एन. डी. लोंढे, सभी डीन, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, फैकल्टी मेम्बर्स, प्रतिष्ठित एलुमनी सदस्य और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
एन आई टी रायपुर की स्मार्ट क्लासरूम योजना , एक अद्भुत पहल है जिसके तहत संस्थान के क्लासरूम को औद्योगिक जगत के प्रसिद्ध व्यक्तियों और अलुमिनी के सहयोग से आधुनिक सुविधाओं से लेस किया जा रहा है।
इस पहल के तहत प्रसिद्ध व्यक्तियों द्वारा संस्थान के क्लासरूम को आधुनिक बनानें हेतु आर्थिक व अनुभवी सहयोग प्रदान किया जा रहा है | इस योजना के तहत पहले चरण में आज तीन स्मार्ट क्लासरूम का उदघाटन किया गया , साथ ही डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की एक नयी डाटा साइंस एंड एनालिटिक्स लैब का भी उदघाटन किया गया।
संस्थान के पहले स्मार्ट क्लास रूम f- 40 (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग) का उदघाटन , एनआईटी रायपुर एवं आईआईटी भिलाई के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के माननीय अध्यक्ष डॉ. सुरेश हावरे , दुसरे स्मार्ट क्लास रूम f – 38(मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग) का उद्घाटन एलुमनी एसोसिएशन ऑफ जीईसीएनआईटी के अध्यक्ष तथा पॉलीबॉन्ड इन्सुलेशन प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन श्री उमेश चितलांगिया द्वारा किया गया | इसके अतिरिक्त स्मार्ट क्लासरूम f-13 (माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग) और डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की एक नयी डाटा साइंस एंड एनालिटिक्स लैब का उद्घाटन भी डॉ सुरेश हावरे द्वारा किया गया। इस अद्भुत पहल से संस्थान के अन्य अलुमिनी सदस्य जुड़ रहे है और भविष्य में संस्थान के अन्य क्लासरूम को भी स्मार्ट बनाने की योजना बनाई जा रही है।
इन स्मार्ट क्लासरूम्स को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। कक्षाओं में सुंदरता और सुविधा का ध्यान रखते हुए अच्छी डिज़ाइन की गई बेंचें लगाई गई हैं। क्रिस्टल क्लियर प्रोजेक्टर से छात्रों को दृश्य सामग्रियाँ स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं, जिससे सीखना अधिक प्रभावशाली बनता है। इंटरएक्टिव स्मार्टबोर्ड्स के माध्यम से शिक्षण प्रक्रिया को और अधिक रोचक बनाया गया है। साथ ही, सराउंड साउंड स्पीकर्स छात्रों को हर कोने तक स्पष्ट ऑडियो पहुंचाने में सहायक हैं। एसी और पंखों की व्यवस्था कक्षा को ठंडा और आरामदायक बनाए रखती है, जिससे छात्रों का ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित रहता है।
उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह द्वारा स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने स्मार्ट क्लासरूम जैसी आधुनिक सुविधा के लिए संस्थान और बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के माननीय अध्यक्ष डॉ. सुरेश हावरे का आभार व्यक्त किया और विभाग की उपलब्धियों की संक्षिप्त जानकारी दी।
डॉ. रमना राव ने अपने संबोधन में कहा कि यह स्मार्ट क्लासरूम छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होंगे। उनके अनुसार छात्रों को सर्वश्रेष्ठ सुविधाएँ प्राप्त करने का पूरा अधिकार है और वे यही प्रयास कर रहे हैं कि उन्हें वैश्विक स्तर की सुविधाएं मिलें। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि संस्थान का पहला स्मार्ट क्लासरूम डॉ. हावरे जी और दूसरा श्री उमेश चितलांगिया जी के सहयोग से निर्मित हुआ है।
उमेश चितलांगिया ने कहा कि यह सुविधाएं छात्रों को सशक्त बनाएंगी। उन्होंने कहा कि दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है और हमें भी उसी रफ्तार से आगे बढ़ना होगा ताकि हम समाज के कल्याण में अपना योगदान दे सकें। उन्होंने अध्यक्ष और निदेशक महोदय का आभार भी व्यक्त किया।
डॉ. सुरेश हावरे ने इस अवसर पर कहा कि एनआईटी रायपुर के लिए एक नया युग आरंभ हो चुका है। आप जो देखते हैं वही अधिक समय तक याद रहता है, इसलिए दृश्यात्मक और आधुनिक शिक्षा पद्धति से छात्रों की सीखने की गुणवत्ता में निश्चित रूप से सुधार होगा। उन्होंने एलुमनी और औद्योगिक पेशेवरों की सराहना करते हुए कहा कि “आप सब इस कार्य हेतु प्रेरणा के स्रोत हैं।” इसके साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि बेहतर सुविधाओं के लिए क्राउड फंडिंग तंत्र विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि “वर्कआउट करना, रस्टआउट (जंग लगने) से बेहतर है इसलिए इस अद्भुत कार्य हेतु निरंतर प्रयास करने आवश्यक है | इस दौरान डॉ हावरे ने अपने भाषण में उपस्थित सभी अलुमिनी सदस्यों से अपील भी कि वो अपना ज्यादा से ज्यादा योगदान इस पहल के लिए करें ताकि संस्थान के सभी क्लासरूम स्मार्ट हो सकें और विद्याथी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें | उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मंत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि – रिफॉर्म, परफॉर्म एंड ट्रांसफॉर्म हमारा लक्ष्य है जिससे कि हम सब भी साथ मिलकर इस संस्थान परिसर को एक विश्वस्तरीय परिसर में बदल सकें और मैं इसके लिए पूर्ण प्रयास करूंगा ताकि इस संस्थान का नाम पुरे विश्व में रोशन हो सके।”