रायपुर(विश्व परिवार)। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने 9 दिसंबर 2024 को IBITF (NM-ICPS), डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रायोजित IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) हेल्थ: IoT एनबलिंग टेक्नोलॉजी, सिक्योरिटी एंड इट्स एप्लिकेशन ऑन हेल्थकेयर पर सप्ताह भर चलने वाली कार्यशाला का उद्घाटन समारोह आयोजित किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन.वी. रमना राव और विशिष्ट अतिथि, डॉ. अनिल कुमार गोयल (एम्स रायपुर) और डॉ. सत्य प्रकाश साहू सह प्राध्यापक, एनआईटी रायपुर की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख और सह प्राध्यापक डॉ. संजय कुमार ने की, जबकि डॉ. राकेश त्रिपाठी, सह प्राध्यापक और डॉ. चंद्रशेखर जटोथ, सहायक प्रोफेसर, एनआईटी रायपुर कार्यक्रम के समन्वयक हैं ।
कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य व्यक्तियों द्वारा औपचारिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। डॉ. संजय कुमार ने स्वागत भाषण दिया और कार्यशाला के बारे में जानकारी दी । इसके बाद सभी गणमान्य व्यक्तियों का परिचय उपस्थित लोगों से कराया गया और संकाय सदस्यों द्वारा पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया गया। डॉ. अनिल कुमार गोयल (एम्स रायपुर), डॉ. मानस (एम्स रायपुर) और डॉ. सैकत मजूमदार (एनआईटी रायपुर) प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के वक्ता रहे। उन्होंने गंभीर तीव्र कुपोषण, पोषण संबंधी चुनौतियों और आहार संबंधी कमियों को कम करने में वर्तमान समय के iot एप्लिकेशन के बार में बात की।
उन्होंने कुपोषण से निपटने में IoT के एकीकरण पर जोर दिया और दिखाया कि कैसे IoT पोषण स्तर, खाद्य गुणवत्ता और स्वास्थ्य संकेतकों पर वास्तविक समय की निगरानी और डेटा संग्रह के माध्यम से अभिनव समाधान प्रदान कर सकता है। IoT-सक्षम उपकरणों को आहार पैटर्न को ट्रैक करने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और कमजोर क्षेत्रों में संसाधन वितरण हेतु काफी फायदेमंद होते है। स्मार्ट सेंसर और वियरेबल्स स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को कुपोषित व्यक्तियों की दूर से निगरानी करने, डेटा-संचालित रणनीतियों और व्यक्तिगत स्वास्थ्य सेवा समाधानों का लाभ उठाने में सक्षम बनाते हैं।
डॉ. एन. वी. रमना राव ने उपस्थित लोगों को मानव जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में IoT-सक्षम प्रौद्योगिकियों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि IoT एक भविष्यवादी और तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र है जिसमें अपार संभावनाएं हैं।
कार्यशाला का उद्देश्य IoT-सक्षम टेक्नोलॉजीज की खोज करना है जो महत्वपूर्ण ज्ञान प्रदान करते हैं | कार्यशाला के दौरान IoT की प्रगति और विभिन्न क्षेत्रों, विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा में उनके उपयोगों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान IIT (बॉम्बे, हैदराबाद, रुड़की और तिरुपति), AIIMS रायपुर, NIT (वारंगल, रायपुर, सिक्किम और मिजोरम) और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के जाने-माने विशेषज्ञ व्याख्यान देने वाले हैं।