- निस्वार्थ भाव से सेवा में समर्पित संस्था
कोटा(विश्व परिवार)। इस संसार में पीड़ित मानवता की सेवा ही सर्व श्रेष्ठ सेवा है इससे बड़ी सेवा दूसरी दृष्टि गत नहीं होती। जब जीवन में दवाओं का असर बंद हो जाता है तो फिर दुवाओं का असर शुरू होता है और वो कभी खाली नहीं जाता। यह बात एकदम सार्वभौमिक सकते हैं इसे नकारा नहीं जा सकता। जी हा आपको एक ऐसी संस्था परिचय करवाते हैं जो विगत 10 वर्षों से निस्वार्थ भाव से पीड़ित मानवता की सेवा में मेडिकल कॉलेज के बाहर गेट के पास लगी हुई है। यहां लेखक पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार के अंतर्मन में एक गीत की लाइने स्मरण आ रही है।
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार
जीना का नाम है।
जी हा उसका नाम है ॐ श्री साईं सेवा समिति कोटा जी ये संस्था न्यू मेडिकल कॉलेज कोटा में भर्ती मरीजों ओर उनके तीमारदारों की सेवा में सदैव समर्पित भाव से सेवाएं दे रही है ।
ॐ श्री साईं सेवा समिति कोटा ने 15-12-24 रविवार को अपना 11 वा स्थापना दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुई मंगलाचरण भक्ति नृत्य रुचिता टिलवानी, ख़ुशी रोहिड़ा ने किया मुख्यातिथि डा संगीता सक्सेना प्रिंसिपल और नियंत्रक विशिष्ट अतिथि समाज सेवी प्रेम भाटिया अरुण भार्गव अध्यक्षता सरोज निझावन, हेमलता गाँधी, चंदा भरवाडिया, जयदेव शिवानी, मुरलीधर अलरेजा रहे। समिति ने इस अवसर पर पूर्व मे चल रही योजनाओ के अतिरिक्त तीन नई योजना का शुभारम्भ किया समिति के संरक्षक संजय जैन निर्माण, हीरालाल रोहिड़ा, अशोक पुरुषवानी ने राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार को जानकारी देते हुवे बताया कि प्रतिदिन 550 से 600 लोगो को निशुल्क भोजन करती है मोक्षरथ, गमी परिवार के 25 लोगो के लिए सुबह और शाम का निशुल्क भोजन देती है अध्यक्ष प्रीतम टहलायनी, सचिव विनोद महबुबानी, कोषाध्यक्ष राजेंद्र गोरस ने बताया की सरकारी दवाइयो के अलावा जो भी दवाई की आवश्यकता हो तो निशुल्क उपलब्ध करती है उपयोग के लिए निशुल्क मेडिकल उपकरण सेवा देती है दिलीप पुरुषवानी महेश चाँदवानी, प्रताप राय ने बताया की दानवीर दांताओं के सहयोग से 11 वे स्थापना दिवस पर तीन नई निशुल्क सेवाएं न्यू बेबी किट, शववस्त्र, प्राइमरी स्कुल को गोद लेकर आकर्षक बनाना का शुभारम्भ किया जा रहा है संजय अग्रवाल, विजय पटेल, ओम रामचंदानी, ने रक्तदान, देहदान, नेत्रदान के बारे लोगो को बताया और रजिस्ट्रेशन किया। श्रीचंद सिल्लू, शंकर लेखवानी, सागर सुवलका, अजय विजय, टीकम देसुजा ने वातसल्य भोज की व्यवस्था को देखा पदम गुप्ता, कैलाश फेरवानी बृजेश भाटिया आगनतुको को सम्मान किया अशोक शर्मा ने बाबा का अभिषेक, पूजन, कीर्तन के कार्यक्रम को भक्ति भाव से संपन्न कराया। सभी अतिथियों ने समिति की सेवाओं को बहुत सराया और कई दानदतोंओ ने बढ़चढ़कर दान की घोषणा की सचिव विनोद महबूबानी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।मेरा ये सोचना है कि संपूर्ण भारत वर्ष में इस तरह की योजना बनानी चाहिए जिससे पीड़ित मानवता की सच्ची सेवा हो सके। जिनकी इसकी नितान्त आवश्यकता है। ऐसी संस्थाओं को खुलकर अपना प्रबल आर्थिक सहयोग देना चाहिए।