नई दिल्ली (विश्व परिवार)। भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तान की ओर से की गई सैन्य कार्रवाइयों ने सिर्फ सीमाओं को ही नहीं, बल्कि मानवता को भी लहूलुहान किया है। भारतीय सेना की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रिफिंग में बताया कि जहां दुनिया युद्ध के दायरे से बाहर नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता मानती है, वहीं पाकिस्तान ने इस बार भारत के अस्पतालों, स्कूलों और रिहायशी इलाकों को सीधे निशाना बनाकर अपनी बर्बर मानसिकता का परिचय दिया है। श्रीनगर क्षेत्र में 26 से अधिक स्थानों पर ऐसे प्रयास किए गए, जिन्हें भारतीय सशस्त्र बलों ने सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया। इन हमलों में सीमित मात्रा में नुकसान भारतीय वायुसेना के उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर और भुज स्थित एयरबेस को हुआ। कई हाई-स्पीड मिसाइल हमले भी पंजाब के एयरबेसों पर रात 01:40 बजे के बाद दर्ज किए गए, जिनका उद्देश्य नागरिक ढांचे को नुकसान पहुंचाना था।
बीती रात 01:40 बजे के बाद, पाकिस्तान की ओर से दागी गई श्रीनगर, अवंतीपुरा और उधमपुर स्थित मेडिकल सेंटरों पर हमला किया है। इन केंद्रों में घायल नागरिकों और सैनिकों का इलाज चल रहा था। उधमपुर मेडिकल सेंटर पर हुई सीधी बमबारी में ढ्ढष्ट सेक्शन पूरी तरह तहस-नहस हो गया। मौके पर मरीजों व मेडिकल स्टाफ को नुकसान हुआ है।