प्रयागराज (विश्व परिवार)। महाकुंभ के ऊपर से हर घंटे 8 से ज्यादा विमान उड़ रहे हैं। ये इतने नीचे से गुजर रहे हैं कि श्रद्धालु सोच में पड़ जाते हैं। दरअसल, एयरलाइंस कंपनियों ने अपने यात्रियों को हवाई दर्शन कराने के लिए ये खास सुविधा दी है। प्रयागराज के ऊपर से गुजरने वाले विमानों की ऊंचाई घटाई गई है, ताकि यात्री महाकुंभ का एरियल व्यू देख सकें।
विमान महाकुंभ मेले के ऊपर से गुजरते समय 10 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे हैं। आमतौर पर यात्री विमान 30 से 40 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ते हैं। यही स्टैंडर्ड है। हर रोज 200 से ज्यादा विमान महाकुंभ के ऊपर से होकर जा रहे हैं।
फ्लाइट में खड़े होकर वीडियो बना रहे यात्री
सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। इनमें देखा जा सकता है कि फ्लाइट महाकुंभ के ऊपर से गुजर रही हैं। इस दौरान यात्री अपनी सीटों से खड़े हो गए और खिड़कियों के पास जाकर महाकुंभ का एरियल व्यू देख रहे हैं।
कई यात्री मोबाइल से वीडियो भी बना रहे हैं। कुछ यात्रियों ने यह भी दावा किया कि जब फ्लाइट महाकुंभ के ऊपर से गुजर रही थी, तब बाकायदा अनाउंसमेंट करके इस बारे में बताया गया। इंडिगो और स्पाइसजेट की सबसे ज्यादा फ्लाइट्स महाकुंभ के चक्कर लगाकर निकल रही हैं।
ब्लॉगर गौरव तनेजा ने एक फ्लाइट से महाकुंभ का एरियल व्यू देखते हुए X पर लिखा- केवल सनातन है, जो स्वर्ग और नरक से भी आगे की बात करता है। मोक्ष और भगवत प्राप्ति।
सेलिब्रिटी भी चार्टर्ड प्लेन से देख रहे एरियल व्यू
नेता, सेलिब्रिटी, विदेशी सहित अन्य VIP लोग चार्टर्ड प्लेन से महाकुंभ पहुंच रहे हैं। पिछले दिनों उद्योगपति मुकेश अंबानी अपने निजी विमान से परिवार के साथ महाकुंभ आए थे। इस विमान से पूरे महाकुंभ के दो हवाई चक्कर लगाकर उन्होंने एरियल व्यू देखा था।
बमरौली एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उनके विमान को बाकायदा इसकी परमिशन दी थी। इसके अलावा 77 देशों से आए डेलिगेट्स ने भी महाकुंभ का एरियल व्यू देखा।
रिकॉर्ड चार्टर प्लेन उतरे, 11 फरवरी को 157 आए
प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट पर अब तक करीब 700 चार्टर प्लेन उतर चुके हैं, जबकि कुल विमानों की संख्या इससे काफी ज्यादा है। 11 फरवरी को यहां दिनभर में 157 चार्टर प्लेन उतरने का रिकॉर्ड बना। इससे पहले 14 जनवरी को 43 विमान, 28 को 62 विमान, 31 को 62 विमान, 1 और 4 फरवरी को 87 विमान, 7 को 111, 8 को 138 विमान उतरे। 13 फरवरी को 151 विमान बमरौली एयरपोर्ट पर उतरे।
1250 रुपए में पवन हंस की हवाई यात्रा, 2 हजार वेटिंग
पवन हंस कंपनी सबसे सस्ती 1250 रुपए में हवाई सेवा मुहैया करा रही है। अरैल में DPS पब्लिक स्कूल के पीछे मैदान से ये हेलिकॉप्टर उड़ता है। पूरा मेला क्षेत्र घुमाकर 7-8 मिनट में वापस आ जाता है।
शुरुआत में ये बुकिंग सिर्फ ऑनलाइन थी। फिर 7 फरवरी से ऑफलाइन भी हो गई। पवन हंस के दो हेलिकॉप्टर श्रद्धालुओं को पूरे महाकुंभ के हवाई दर्शन करा रहे हैं। सबसे सस्ता हवाई टिकट होने की वजह से श्रद्धालु इसका भरपूर फायदा भी उठा रहे हैं। स्थिति ये है कि हेलिकॉप्टर टिकट की बुकिंग वेटिंग संख्या दो हजार तक पहुंच गई है।
35 हजार में एयरपोर्ट टु संगम हेलिकॉप्टर
वहीं, UP इको-टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड ने फ्लाई ओला कंपनी के सहयोग से प्रयागराज हवाई अड्डे से त्रिवेणी संगम तक और वापस वहीं तक हेलिकॉप्टर सेवाएं दी हैं। यात्री हवाई अड्डे पर हेलिकॉप्टर में सवार होते हैं। त्रिवेणी संगम के पास बोट क्लब में एक हेलीपैड पर उतरते हैं।
वहां से एक नाव उन्हें स्नान के लिए संगम तक ले जाती है। अनुष्ठान पूरे करने के बाद उन्हें वापस हेलीपैड पर लाया जाता है। इस पूरी सेवा की कीमत प्रति यात्री 35 हजार रुपए है।
28 शहरों से हेलिकॉप्टर, 25 शहरों से सीधे फ्लाइट
फ्लाई ओला कंपनी ने देश के 28 शहरों से भी प्रयागराज के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं शुरू की हैं। दूसरे शहरों से अब तक करीब 200 श्रद्धालु हेलिकॉप्टर से महाकुंभ देखने पहुंच चुके हैं। इसके अलावा प्रयागराज में फिलहाल देश के 25 प्रमुख शहरों से सीधे फ्लाइट्स आ रही हैं।
ये है उड़ान का नियम
सामान्य तौर पर कॉमर्शियल फ्लाइट 30 से 40 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ती है। दरअसल, ऊंचाई पर कम वायु प्रतिरोध के कारण ईंधन खपत कम होती है। इससे एयरलाइंस कंपनियों को ईंधन की बचत होती है। हालांकि, यात्रा की दूरी और मौसम की स्थिति के आधार पर ये ऊंचाई बदलती रहती है।
UP सरकार ने कुछ निजी विमानों को एरियल व्यू की दी है परमिशन
महाकुंभ में हवाई जहाज इतने नीचे कैसे उड़ रहे? क्या कोई छूट है या निर्देश हैं? इस सवाल के जवाब में प्रयागराज में बमरौली एयरपोर्ट के निदेशक मुकेश कुमार उपाध्याय ने मीडिया को बताया- ऐसा कोई आदेश या निर्देश नहीं हुआ है। हवाई जहाज की उड़ान का लेवल बमरौली एयरफोर्स स्टेशन के संज्ञान में है, क्योंकि उन्हीं के पास एयरपोर्ट का भी एयर ट्रैफिक कंट्रोल है।