नई दिल्ली(विश्व परिवार)। भारत सरकार और अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय अभिधम्म दिवस समारोह में 14 देशों के शिक्षाविद और भिक्षु तथा भारत भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से बुद्ध धम्म पर बड़ी संख्या में युवा विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को विज्ञान भवन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय अभिधम्म दिवस समारोह में शामिल हुए और पाली भाषा के महत्व पर अपने विचार साझा किए। गौरतलब है कि अभिधम्म दिवस भगवान बुद्ध के अभिधम्म की शिक्षा देने के बाद स्वर्ग से अवतरण की याद में मनाया जाता है। वहीं हाल ही में पाली को चार अन्य भाषाओं के साथ शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दिए जाने से इस वर्ष के अभिधम्म दिवस समारोह का महत्व और बढ़ गया है, क्योंकि भगवान बुद्ध की अभिधम्म पर शिक्षाएं मूल रूप से पाली भाषा में उपलब्ध हैं।
पीएमओ ने दी जानकारी
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को लेकर पीएमओ ने जानकारी साझा कर बताया था कि पीएम मोदी गुरुवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय अभिधम्म दिवस और पाली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान करने के समारोह में भाग लेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी अभिधम्म दिवस के महत्व, पाली भाषा के महत्व और बुद्ध धम्म की समृद्ध विरासत को संरक्षित और प्रोत्साहन देने के लिए सरकार के प्रयासों पर अपने विचार साझा करेंगे।
14 देशों के शिक्षाविद ले रहे भाग
जानकारी के अनुसार भारत सरकार और अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय अभिधम्म दिवस समारोह में 14 देशों के शिक्षाविद और भिक्षु तथा भारत भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से बुद्ध धम्म पर बड़ी संख्या में युवा विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। इस समारोह को संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी विशेष रूप से संबोधित किया। इसके साथ ही संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू भी उपस्थित रहे।