नई दिल्ली(विश्व परिवार)। टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन और उद्योग जगत की एक प्रमुख शख्सियत रतन टाटा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए लाओस की यात्रा पर जाने से पहले गुरुवार को रतन टाटा के भाई नोएल टाटा से बात की और संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री मोदी ने रतन टाटा के योगदान और उनके द्वारा भारतीय उद्योग को दी गई दिशा की सराहना की। जानकारी के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भारत सरकार की ओर से रतन टाटा के अंतिम संस्कार में भाग लेंगे। 86 वर्षीय रतन टाटा के पार्थिव शरीर को लोगों के अंतिम दर्शन के लिए आज दक्षिण मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स में रखा जाएगा और फिर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
रतन टाटा ने ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां उन्हें सोमवार को कुछ आयु-संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भर्ती कराया गया था। टाटा के निधन से पूरे उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके परिवार, सहयोगियों और सभी उन लोगों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की जा रही हैं, जिन्होंने उन्हें निकटता से जाना और उनके साथ काम किया।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट में टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन पर दुख व्यक्त किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रतन टाटा को ‘एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान’ बताया था।
रतन टाटा के निधन पर राजनीति से लेकर उद्योग जगत और फिल्म जगत के दिग्गजों ने शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उद्योगपति गौतम अदाणी, आनंद महिद्रा समेत कई दिग्गजों ने टाटा के निधन को बड़ी क्षति बताई है।
रटन टाटा के पार्थिव शरीर को सुबह करीब 10.30 बजे एनसीपीए लॉन में ले जाया जाएगा, ताकि लोग दिवंगत आत्मा को अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें। शाम करीब 4 बजे रतन टाटा का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए नरीमन पॉइंट से वर्ली श्मशान प्रार्थना हॉल की ओर अंतिम यात्रा पर निकलेगा। परिवार ने बताया कि श्मशान घाट पर राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे पार्थिव शरीर को पुलिस की बंदूक की सलामी दी जाएगी और फिर अंतिम संस्कार संपन्न होगा।
बता दें कि पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे भारतीय उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा का बुधवार को निधन हो गया। सोमवार को उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने उनके निधन की जानकारी देते हुए कहा था कि हम दुख के साथ सूचित करते हैं कि रतन टाटा नहीं रहे।