जशपुर (विश्व परिवार)। जशपुर जिले में ड्यूटी के प्रति गंभीर लापरवाही बरतने के कारण पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई तब हुई जब एक मुलजिम, रितेश प्रताप सिंह, पुलिस की अभिरक्षा से फरार हो गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए पांच पुलिसकर्मियों—प्रधान आरक्षक सुनसाय एक्का (97), आरक्षक लव कुश पैंकरा (481), आरक्षक जनक साय (559), आरक्षक डायमंड तिग्गा (281), और आरक्षक पुतूरु राम (205)—को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रक्षित केंद्र जशपुर से संबद्ध कर दिया। निलंबन के दौरान इन कर्मचारियों को नियमानुसार केवल जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
घटना 02 जून 2025 को उस समय हुई जब जिला जेल जशपुर में निरुद्ध मुलजिम रितेश प्रताप सिंह (24 वर्ष), जो धारा 296, 115(2), 118, 64, और 62 बीएनएस के तहत जेल में था, को कुनकुरी न्यायालय में पेशी के लिए ले जाया गया। रितेश, जो पहले एक नाबालिग लडक़ी के साथ शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण और बाद में मारपीट के मामले में जेल जा चुका था, को छह अन्य मुलजिमों के साथ शासकीय वाहन से पेशी के लिए ले जाया गया था। पेशी के बाद वापसी के दौरान रात 19:45 बजे लोरो घाट के पास रितेश ने हथकड़ी और जंजीर को हाथ से निकालकर चलती गाड़ी से कूदकर फरार हो गया। यह घटना ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की घोर लापरवाही को दर्शाती है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि फरार मुलजिम की तलाश के लिए पुलिस टीमें सक्रिय हैं। उन्होंने कहा, पुलिस की अभिरक्षा से मुलजिम का फरार होना अत्यंत गंभीर मामला है। ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, और उनके खिलाफ प्राथमिक जांच के लिए एसडीओपी जशपुर चंद्रशेखर परमा को नियुक्त किया गया है। विभागीय जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।