रायपुर (विश्व परिवार)। छग में राज्य शासन द्वारा शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किये जाने का निर्णय लिया गया है। उक्त निर्णय से शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। जिले की ऐसी पाठशालाएं जहां पर शिक्षकों की कमी है वहां पर अतिशेष शिक्षकों को स्थानांतरित किया जाएगा। युक्तियुक्तकरण से जिला सहित राज्य के किसी भी शिक्षक का किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा। उक्त जानकारी कलेक्टोरेट स्थित रेड क्रास के सभाकक्ष में कलेक्टर गौरव सिंह ने दी।
कलेक्टर ने प्रेसवार्ता में बताया कि जिन स्कूलों में शिक्षक नहीं है वहां पर भी अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी। दस विद्यार्थियों पर एक किमी पर एक शिक्षक नियुक्त किया जाएगा। साठ विद्यार्थियों पर दो शिक्षक नियुक्त होंगे। जिले में दो रायपुर में एवं एक अभनपुर में शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। विद्यार्थियों में शिक्षा के स्तर में गुणात्मक सुधार के लिए यह निर्णय लिया गया है। यह पूछे जाने पर की युक्तिकरण के लिए हो रही काउंसिलिंग में राज्य के अधिकांश शिक्षकों द्वारा विरोध किया जा रहा है उन्हें भविष्य में अपनी पदोन्नति को लेकर चिंता है। कलेक्टर गौरव सिंह का जवाब था कि हर स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी शिक्षकों को आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए त्वरित निर्णय लेने के लिए निर्देशित किया गया है। गौरव सिंह के अनुसार युक्तियुक्तकरण की नीति से जहां राज्य में शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। वहीं हर विद्यार्थी को शिक्षा प्राप्त करने का अपने घर में ही सुअवसर प्राप्त होगा।