नई दिल्ली(विश्व परिवार)। बीते बुधवार को रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर सबको चौंका दिया।ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए अश्विन ने ब्रिसबेन क्रिकेट ग्राउंड में सीरीज के तीसरे टेस्ट के समापन के साथ ही संन्यास का ऐलान किया।बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के बीच में ही क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद अब अश्विन स्वदेश लौट चुके हैं।अश्विन के गृहराज्य चेन्नई में उनका जोरदार स्वागत हुआ।
अश्विन के परिवार के सदस्य और उनके करीबी दोस्तों ने चेन्नई एयरपोर्ट पर स्वागत किया। उनकी वापसी पर प्रशंसकों ने फूल बरसाए और गाजे-बाजे के साथ इस दिग्गज खिलाड़ी का स्वागत किया।शुरुआत में, अश्विन ने एयरपोर्ट पर मीडिया को संबोधित करने से इनकार कर दिया था।एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवालों पर चुप रहे अश्विन ने अपने आवास के बाहर चुनिंदा पत्रकारों के समूह से बात की।
अश्विन ने अपने बेमिसाल टेस्ट करियर में कई कीर्तिमान हासिल किए। उपलब्धियों से भरे टेस्ट करियर के बावजूद उन्हें टीम की कप्तानी करने का कभी मौका नहीं मिल सका।कप्तानी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मैं अब और नहीं कर सकता। मुझे इसका कोई पछतावा नहीं है। मैंने दूर से बहुत से लोगों को पछताते हुए देखा है, लेकिन मैं अपनी जिंदगी उस तरह नहीं जीना चाहता।
अश्विन ने अपने भविष्य के बारे में स्पष्ट किया कि वह चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) की ओर से ज्यादा से ज्यादा खेलने की कोशिश करेंगे।उन्होंने कहा, मैं सीएसके के लिए खेलने जा रहा हूं और अगर मैं जितना हो सके उतने लंबे समय तक खेलने की कोशिश करता हूं तो इसमें चौंकाने वाली बात नहीं है। मुझे नहीं लगता कि अश्विन क्रिकेटर के रूप में समाप्त हो गया है।
अश्विन ने अपने बेमिसाल टेस्ट क्रिकेट करियर का अंत 24.00 की उम्दा औसत से 537 विकेटों के साथ किया। उन्होंने 106 टेस्ट मैच की 200 पारियों में भारत के लिए गेंदबाजी की थी।उन्होंने अपने वनडे करियर में 116 मैच खेले, जिसमें 33.20 की औसत के साथ 156 विकेट लिए थे।उन्होंने अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर में 65 मैच खेले, जिसमें 23.22 की औसत और 6.90 की इकॉनमी रेट के साथ 72 विकेट लिए थे।