- आर्यिका संघ की वाहुवलिनगर जैन मंदिर में प्रभावना पूर्ण अगुवाई..
ललितपुर (विश्व परिवार)। दिगम्बर जैन मंदिर वाहुवलिनगर में धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए आचार्य श्री ज्ञेय सागर महाराज की प्रभावक शिष्या आर्यिका प्रशम मति माता जी ने कहा दिगम्बरत्व में ही धर्म की पहिचान है। धर्म का मर्म बताते हुए उन्होंने कहा जिन्होने दिशाओं को अम्बर बनाया वही दिगम्बर है। प्रभु पूजन अर्चन को श्रेयस्कर बताते हुए उन्होने कहा धर्म की कियाओं को समझो और अपने जीवन में उतारने पर ही आनंद की अनुभूति होगी।
धर्मसभा का शुभारम्भ राखी जैन चढरउ ने मंगलाचरण कर गुरूचरणो में वंदना की। आर्यिका प्रशममति माता एवं आर्यिका उपशम मति माता जी सघ को मंदिर प्रबंधक अभय जैन कैलगुवा, विकास सौरई, मनोज बबीना, मीडिया प्रभारी अक्षय अलया, प्रकाश सौरया, नरेन्द्र जैन छोटे पहलवान, आनंद चंदावली, देवेन्द्र जैन गदौरा. संजीव सौरया आनंद जैन खिरिया संतोष मोदी, सागर जैन कचरौदा महिला मण्डल अध्यक्ष अनीता मोदी. अर्थना पहलवान, ज्योति ओलिया, आरती जैन, प्रीति जैन कडंकी, मंजू, जैन वदना जैन ने श्रीफल अर्पित कर शीतकालीन वाहचना के लिए आग्रह किया। धर्मसभा का संचालन प्रदीप जैन बंटी बांसी द्वारा किया गया।
इसके पूर्व आर्थिका संघ के सानिध्य में ज्ञानोदय तीर्थ पर जैन पंचायत अध्यक्ष डा० अक्षय टडैया महामंत्री आकाश जैन, प्रबंधक राजेन्द्र सराफ, संयोजक सनत जैन खजुरिया, पारस मनया, अजय जैन गंगचारी अभिनव सौरया ने आर्यिका संघ की आगुवाई की। आर्थिका संघ के सानिध्य में पुर्थ्यांजक श्रावकों ने प्रभु अभिषेक शान्तिधारा का लाभ लिया। आर्यिका संघ गाजे बाजे के साथ विहार करते हुए निर्धारित मार्ग से जैन मंदिर बाहुवली नगर पहुंचा श्रावकों ने मार्ग में पादप्रक्षालन कर आरती उतारी। आर्थिका संघ याहुवलिनगर जैन मंदिर में विराजमान है जहां उनके सानिध्य में प्रातः कालीन प्रवचन एवं धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न होगे।