नई दिल्ली (विश्व परिवार)। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि 100 वर्ष पहले जिस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बीज बोया गया था, वह आज एक वट वृक्ष के रूप में भारत की महान संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचा रहा है। पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘यह उनका सौभाग्य है कि उनके जैसे लाखों लोगों को इस संगठन ने देश के लिए जीने की प्रेरणा दी है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब मराठी साहित्य सम्मेलन का दीप प्रज्जवलन करने पहुंचे तो उन्होंने शरद पवार से आगे आने और उनके साथ सम्मान करने का अनुरोध किया। इसके बाद जब शरद पवार अपना संबोधन समाप्त करके अपनी सीट की ओर लौट रहे थे तो पीएम मोदी ने उनको सीट पर बैठने में मदद की और उनको पानी का गिलास भरकर दिया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान पिछले दिनों मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने का भी उल्लेख किया और कहा कि देश और दुनिया में 12 करोड़ मराठी भाषी लोगों को इसका दशकों से इंतजार था।
उन्होंने कहा, ‘यह काम पूरा करने का अवसर मुझे मिला। मैं इसे अपने जीवन का बड़ा सौभाग्य मानता हूं।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन एक भाषा या राज्य तक सीमित आयोजन नहीं है, मराठी साहित्य के इस सम्मेलन में आजादी की लड़ाई की महक है। उन्होंने कहा कि इसमें महाराष्ट्र और राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत है।