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ब्रसेल्स में एस जयशंकर यूरोपीय संघ के नेताओं से की मुलाकात, ईयू ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की

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नई दिल्ली (विश्व परिवार)। भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने 9 से 11 जून तक ब्रसेल्स की आधिकारिक यात्रा की। यात्रा के दौरान, उन्होंने बेल्जियम के राजा फिलिप और प्रधानमंत्री बार्ट डी वेवर से मुलाकात की और उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मैक्सिम प्रिवोट के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को यूरोपीय संघ के शीर्ष नेताओं के साथ कई बैठकें कीं और यूरोपीय संघ-भारत रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने तथा व्यापक और सार्थक व्यापार समझौते की दिशा में प्रगति के तरीकों पर चर्चा की। वहीं, यूरोपीय संघ ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और आतंकवाद से अपने नागरिकों की रक्षा करने के भारत के अधिकार की बात दोहराई।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत के साथ संबंधों के लिए प्रतिनिधिमंडल, विदेश मामलों की समिति और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समिति के यूरोपीय संसद के प्रमुख सदस्यों से भी मुलाकात की। बेल्जियम पक्ष के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठकों के दौरान, विदेश मंत्री ने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का संदेश सौंपा और राजा फिलिप को अपने तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं। राजा फिलिप ने मार्च 2025 में प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी टेलीफोन पर हुई बातचीत को याद किया।
प्रधानमंत्री बार्ट डी वेवर के साथ बैठक में विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा
वहीं, मंगलवार को प्रधानमंत्री बार्ट डी वेवर के साथ अपनी बैठक में, विदेश मंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में बेल्जियम के साथ अपनी घनिष्ठ साझेदारी को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रधानमंत्री डी वेवर ने पीएम मोदी को बेल्जियम आने का अपना निमंत्रण भी दोहराया। प्रधानमंत्री डी वेवर के साथ हुए मुलाकात के बारे में विदेश मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “बेल्जियम के प्रधानमंत्री डी वेवर से मुलाकात करके बहुत खुशी हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं। व्यापार, सुरक्षा एवं रक्षा, निवेश, स्वच्छ ऊर्जा, सेमीकंडक्टर और नवाचार में हमारे सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा की गई।”
मंत्रालय ने बताया की उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मैक्सिम प्रेवोट के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में, दोनों मंत्रियों ने चल रहे सहयोग की प्रगति की समीक्षा की और व्यापार और निवेश, सेमीकंडक्टर, नवीकरणीय ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा, तथा फार्मास्यूटिकल्स सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए नए रास्ते तलाशे। बेल्जियम पक्ष ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के प्रति अपनी एकजुटता और समर्थन की अभिव्यक्ति को भी दोहराया।
विदेश मंत्री ने ब्रसेल्स के यूरोपीय संघ के शीर्ष नेताओं के साथ कई बैठकें कीं
आपको बता दें, विदेश मंत्री जयशंकर ने कल बुधवार को ब्रसेल्स के यूरोपीय संघ के शीर्ष नेताओं के साथ कई बैठकें कीं और यूरोपीय संघ-भारत रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने तथा व्यापक और सार्थक व्यापार समझौते की दिशा में प्रगति के तरीकों पर चर्चा की। एस जयशंकर ने बुधवार को यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरोपीय संसद की अध्यक्ष रॉबर्टा मेत्सोला से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापार, प्रौद्योगिकी और सुरक्षा सहित कई मोर्चों पर भारत और यूरोप के बीच सहयोग पर चर्चा की।
सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर इसकी जानकारी साझा करते हुए उन्होने लिखा कि आज सुबह ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ की अध्यक्ष रॉबर्टा मेट्सोला के साथ गर्मजोशी भरी बातचीत हुई। भारत-यूरोपीय संघ संसदीय संबंधों को और मजबूत बनाने, लोकतंत्र और बहुलवाद के हमारे साझा मूल्यों पर निर्माण करने पर चर्चा की गई। व्यापार, प्रौद्योगिकी और सुरक्षा में हमारी साझेदारी को आगे बढ़ाने पर उनकी सकारात्मक भावनाओं की सराहना करता हूँ।
आपको बता दें, यूरोपीय संसद की अध्यक्ष रॉबर्टा मेत्सोला के साथ विदेश मंत्री की बैठक में भारत-यूरोपीय संघ संसदीय सहयोग को और मजबूत करने की बढ़ती गति और संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने मेत्सोला को लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला की शुभकामनाएं दीं और उन्हें भारत आने का निमंत्रण दोहराया।
भारत-यूरोपीय संघ सहयोग को और मजबूत करने पर बातचीत
वहीं, एस जयशंकर की ब्रसेल्स यात्रा के बाद विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ब्रसेल्स यात्रा के दौरान जयशंकर ने उन्होंने यूरोपीय संघ की उच्च प्रतिनिधि और उपाध्यक्ष काजा कालास के साथ प्रथम भारत-यूरोपीय संघ सामरिक वार्ता की सह-अध्यक्षता की तथा रक्षा उद्योग और अंतरिक्ष के लिए यूरोपीय आयुक्त एंड्रियस कुबिलियस, व्यापार और आर्थिक सुरक्षा के लिए यूरोपीय आयुक्त मारोस सेफकोविक और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी के लिए यूरोपीय आयुक्त जोजफ सिकेला से मुलाकात की। यूरोपीय संघ की राष्ट्रपति वॉन डेर लेयेन से मुलाकात के दौरान विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं। दोनों पक्षों ने इस वर्ष के अंत तक एक संतुलित, महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी एफटीए को संपन्न करने की अपनी साझा महत्वाकांक्षा को दोहराया। उन्होंने व्यापार, प्रौद्योगिकी, रक्षा और सुरक्षा, कौशल, प्रतिभा गतिशीलता और कनेक्टिविटी के क्षेत्रों सहित संबंधों में बढ़ती गति पर संतोष व्यक्त किया और अगले भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन के लिए आगे के रास्ते पर चर्चा की। इसके अलावा, आगामी शिखर सम्मेलन से पहले व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद (टीटीसी) की अगली बैठक आयोजित करने पर सहमति हुई।
यूरोपीय संघ ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की
मंत्रालय ने कहा कि भारत-यूरोपीय संघ रणनीतिक वार्ता पहले की वार्षिक मंत्रिस्तरीय बैठकों को आगे बढ़ाती है और द्विपक्षीय वार्ता संरचना को मजबूत करती है। दोनों पक्षों ने रक्षा और सुरक्षा, आतंकवाद निरोध, समुद्री सुरक्षा और साइबर मुद्दों सहित कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा की, तथा इन क्षेत्रों में उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग को और बढ़ाने की साझा प्रतिबद्धता पर जोर दिया। विदेश मंत्री और एचआरवीपी ने प्रस्तावित भारत-यूरोपीय संघ सुरक्षा और रक्षा साझेदारी, सूचना सुरक्षा समझौते, एक व्यापक अंतरिक्ष वार्ता के शुभारंभ और सामरिक साझेदारी के लिए भविष्य की रूपरेखा तैयार करने पर चर्चा की। इसके अलावा, उन्होंने प्रमुख क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर अपने विचार साझा किए। यूरोपीय संघ ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और आतंकवाद से अपने नागरिकों की रक्षा करने के भारत के अधिकार की बात दोहराई।
भारत-यूरोपीय संघ एफटीए वार्ता की प्रगति पर चर्चा
वहीं, यूरोपीय आयुक्तों के साथ अपनी बैठकों में, विदेश मंत्री ने आयुक्त सेफकोविक के साथ भारत-यूरोपीय संघ एफटीए वार्ता की प्रगति पर चर्चा की, आयुक्त कुबिलियस के साथ अंतरिक्ष और रक्षा औद्योगिक सहयोग और आयुक्त सिकेला के साथ भारत-यूरोपीय संघ कनेक्टिविटी साझेदारी पर चर्चा की। यात्रा के दौरान त्रिपक्षीय सहयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित करने पर एक प्रशासनिक व्यवस्था पर हस्ताक्षर किए गए, जिसका उद्देश्य तीसरे देशों में विकास परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए दोनों पक्षों की ताकत और विशेषज्ञता का लाभ उठाना है।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री जयशंकर ने ‘एक नई वैश्विक व्यवस्था’ विषय पर जर्मन मार्शल फंड ब्रसेल्स फोरम को संबोधित किया, तथा बेल्जियम और लक्जमबर्ग में भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया तथा प्रमुख मीडिया से बातचीत की।

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