नई दिल्ली(विश्व परिवार)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद कल शनिवार को आने वाले चुनावी परिणामों का सभी को बेसब्री से इंतजार है। मतगणना के बाद कल शाम तक राज्य में चुनावी परिणामों की स्थिति साफ हो जाएगी। इस बीच कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने कहा है कि वे महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) की जीत को लेकर आश्वस्त हैं।
मतगणना से एक दिन पहले शुक्रवार को दिए अपने बयान में पायलट ने कहा कि महा विकास आघाडी को बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला करने में गठबंधन के घटक दलों को देर नहीं लगेगी। उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘किसे कौन सा पद दिया जाए”, इसके फैसले में भी एक दिन से ज्यादा समय नहीं लगेगा।
एग्जिट पोल के अनुमानों को किया खारिज
चुनाव बाद एग्जिट पोल के संकेतों के अनुसार दोनों राज्यों (झारखंड और महाराष्ट्र) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन को बहुमत मिलने की बात कही जा रही है। हालांकि, कांग्रेस नेता ने एग्जिट पोल के इन अनुमानों को खारिज कर दिया और कहा कि इस बार के चुनाव नतीजों में भाजपा को अपनी स्थिति पता लग जाएगी। पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में पायलट ने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजे भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को ‘हकीकत से रूबरू’ कराएंगे।
‘महाराष्ट्र की जनता चाहती है बदलाव’
हरियाणा चुनाव में हुई हार के बाद हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी की संभावनाओं को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हरियाणा एक झटका था और बहुत ही आश्चर्यजनक था, लेकिन महाराष्ट्र और झारखंड की एक अलग कहानी है। उन्होंने कहा, ‘‘मतदाताओं में महाराष्ट्र में बदलाव की स्पष्ट इच्छा है क्योंकि जो ‘डबल इंजन’ की सरकार चल रही थी, वह मतदाताओं की किसी भी उम्मीद पर खरी नहीं उतर रही थी।” पायलट ने कहा, ‘‘हमने जिस तरह का अभियान चलाया, जिस तरह की गारंटी का वादा किया, हमारे गठबंधन सहयोगी, उम्मीदवारों का चयन, हमारे बयान सकारात्मक रहे और उसे अच्छी प्रतिक्रिया मिली। इसलिए मुझे लगता है कि हम महाराष्ट्र में सरकार बदलते देखेंगे।”
‘झारखंड में BJP के पास नहीं विश्वसनीय चेहरा’
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता सचिन पायलट को पार्टी ने चुनावों के तहत मराठवाड़ा क्षेत्र का प्रभार दिया था। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र, झारखंड तथा उपचुनाव वाले निर्वाचन क्षेत्रों में जमकर प्रचार किया था। पायलट ने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कुल 55 जनसभाएं कीं, जिनमें से 24 से अधिक अकेले महाराष्ट्र में थीं। केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड में एक मौजूदा मुख्यमंत्री को कुछ आधारों पर जेल में डाल दिया गया था और आखिरकार सुप्रीम कोर्ट से उन्हें राहत मिल गई है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का इस तरह का दुरुपयोग राज्य के मतदाताओं को रास नहीं आया है। पायलट ने कहा, ‘‘झारखंड में भाजपा के पास कोई विश्वसनीय चेहरा नहीं है। मुझे लगता है कि दोनों राज्यों में विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी दल सरकार बनाने की अच्छी स्थिति में हैं।”