- हस्तशिल्प व संस्कृति लोगों को जोड़ने का माध्यम: वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी
- 38.17 करोड़ रूपए की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन
- मेले में महिला समूहों ने की एक करोड़ रूपए की बिक्री
- सरस छेरछेरा महोत्सव सम्पन्न
रायपुर (विश्व परिवार)। कृषि मंत्री रामविचार नेताम के मुख्य आतिथ्य में क्षेत्रीय सरस मेला का समापन हुआ। वहीं सोमवार को छत्तीसगढ़ में दान लेन-देन का प्रसिद्ध छेरछेरा पर्व के अवसर पर सरस छेरछेरा महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी, रायगढ़ लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया एवं राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे। मंत्रीद्वय ने प्रदेशवासियों को छेरछेरा पर्व बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मंत्रीद्वय द्वारा इस मौके पर 38.17 करोड़ रूपए लागत की 21 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। सरस मेले में महिला समूहों द्वारा 01 करोड़ रुपए की विभिन्न उत्पादों की बिक्री की गई। महिला समूहों द्वारा मेले के समापन तक 99 लाख 97 हजार 200 रुपये की बिक्री हुई थी। वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने 2800 रुपये की खरीदी की जिससे आंकड़ा 01 करोड़ रुपए पहुंच गया।
मंत्री नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति बहुआयामी है। यहां हमें कई प्रकार के लोक नृत्य, जातियां, लोक कला, मेले, भाषा, शिल्प और विशेष व्यंजन देखने को मिलते हैं। प्रदेश में यहां के आभूषणों, वस्त्रों का विशेष स्थान है जो यहां की संस्कृति को और अधिक प्रभावशाली एवं समृद्ध बनाती हैं। प्रदेश की महिला स्व सहायता से जुड़ी महिलाएं राज्य की संस्कृति को सहेजने के साथ ही आर्थिक रूप से सशक्त बन रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार भी छत्तीसगढ़ को विरासत में मिली इस संस्कृति को संजोए रखने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है। इससे महिला समूहों के आत्मविश्वास को बल मिल रंहा है। इसी का उदाहरण सरस मेला में देखने को मिल रहा है। कृषि मंत्री श्री नेताम ने कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ को एक मॉडल स्टेट बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में बेहतर नीतियों से हमारी सरकार के द्वारा जन-जन तक लाभ पहुंचाया जा रहा है और गरीब परिवारों को योजनाओं का लाभ देना हमारी सरकार की प्राथमिकता है।
वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि रायगढ़ में पहली बार आयोजित सरस मेले ने प्रदेश के हस्तशिल्प एवं संस्कृति से जन-जन को जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मेले में महिला समूहों ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभायी है। दस दिनों में 1 करोड़ रुपए की बिक्री महिला समूहों द्वारा की गई है। यह बड़ी उपलब्धि है इसके लिए सभी समूहों को बहुत बधाई। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने आगे कहा कि पिछले एक साल में क्षेत्र के विकास के लिए बहुत से कार्य प्रारंभ किए गए है। गरीबों के लिए आवास निर्माण का कार्य पूरी तेजी के साथ हो रहा है। सड़कों के निर्माण कार्यों को प्राथमिकता से कराया जा रहा है।
मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि किसानों को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए कृषक उन्नति योजना के माध्यम से दो साल का बोनस दिया गया। इसी तरह किसानों से 31 सौ रुपए प्रति क्ंिवटल के मान से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदा जा रहा है। रामलला दर्शन योजना के माध्यम से बुजुर्गाे को अयोध्या धाम के दर्शन कराए जा रहे है। यहां नालंदा परिसर का निर्माण होने जा रहा है, जो आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य की मजबूत बुनियाद बनेगा।
मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि जिले में प्रयास विद्यालय का संचालन हो रहा है। महतारी सदन एवं रायगढ़ में दीदी सदन का निर्माण कार्य हो रहा है। हार्टीकल्चर विद्यालय की स्थापना होने जा रहा है। केलो डेम में नहरों का निर्माण कार्य पूरा कराया जा रहा है। जिससे किसानों के खेतों तक पानी पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया टीम के लिए यहां अत्याधुनिक डिजीटल क्रियेटर सेंटर का निर्माण भी होगा। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा महिला समूहों के स्टॉलों का अवलोकन किया गया।
कार्यक्रम को लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया ने भी सम्बोधित किया। सरस मेला में रायगढ़ समेत छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों से बिहान की महिला स्व-सहायता समूह की दीदियां एवं अन्य राज्यों जैसे-झारखण्ड, बिहार, मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, असम, महाराष्ट्र की स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने भाग लिया है। सरस मेला में 224 से अधिक स्टॉल लगाये है, जिनमें 268 से अधिक महिला स्व-सहायता समूह की दीदियों ने भाग लिया है। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे