- यागमडल विधान सम्पन्न विश्वशांति महायज्ञ कल
ब्यावर (विश्व परिवार)। ब्यावर के सुधा सागर कॉलोनी स्थित श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में चल रहा तीन दिवसीय मंज्जिनेन्द्र जिनबिंब वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव आस्था और भक्ति के साथ अपने दूसरे दिन में प्रवेश कर गया है। आज, यागमंडल विधान के साथ वातावरण भक्तिमय हो उठा, जिसमें भक्तों, इंद्र और इन्द्राणियों ने दिव्य ऊर्जा का अनुभव किया।
यह महोत्सव संत शिरोमणि आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा, आचार्य गुरुदेव 108 श्री समयसागर जी महाराज के आशीर्वाद और निर्यापक श्रमण मुनि पूज्य श्री 108 सुधासागर जी महाराज के मार्गदर्शन का परिणाम है।
समाज के मीडिया प्रभारी अमित गोधा ने बताया कि आज मंगलवार को श्री जी की शांतिधारा करने का सौभाग्य निर्मल कुमार जी, भुवन जी, मनीष जी, जैन शाह मांडलगढ़ वाले परिवार को प्राप्त हुआ।अखंड दीप के पुण्यार्जक परिवार निर्मलकुमार भुवन मनीष शाह परिवार विमलचंद भागेश कुमार शाह कनेई वाले परिवार को प्राप्त हुआ
प्रतिष्ठाचार्य प्रदीप भैया (अशोक नगर), प. अरुण जी शास्त्री और प. घनश्याम जी शास्त्री के सान्निध्य में हुए यागमंडल विधान ने उपस्थित सभी भक्तों को असीम शांति और ऊर्जा से भर दिया। विधान के बाद, मंदिर परिसर में शानदार धार्मिक-सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी हुईं, जिन्होंने सभी का मन मोह लिया।
शाम में संगीतमय महाआरती भक्ति के साथ हुई।
सकल दिगम्बर जैन समाज का वात्सल्य भोजन का आयोजन किया गया।
समाज के मंत्री नितिन छाबड़ा ने बताया कि कल का दिन भी बहुत महत्वपूर्ण रहेगा। प्रातःकाल में मंगलाष्टक, दिग्वंधन, क्षमामंत्र, शांतिमंत्र, उसके बाद नित्यनियम अभिषेक, शांतिधारा पूजन और विश्वशांति महायज्ञ जैसे पवित्र विधान संपन्न होंगे।नूतन वेदी में श्री जिनेन्द्र भगवान विराजमान अभिषेक शान्ति धारा और महाआरती होगी
सकल जैन समाज के लिए प्रातःवात्सल्य भोज का आयोजन किया गया है, जो एकता और सौहार्द का प्रतीक बनेगा। इसके उपरांत, नूतन वेदी में श्री जिनेन्द्र भगवान विराजमान होंगे। शाम को 1008 दीपों से होने वाली महाआरती और भक्तामर दीप अर्पणा मंदिर प्रांगण को जगमगा देगी और धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।