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ऊर्जा बचत उपायों को निरंतर अपनाकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ऊर्जा संरक्षण में अग्रिम पंक्ति पर

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बिलासपुर(विश्व परिवार)। ऊर्जा संरक्षण, ऊर्जा खपत को कम करने का प्रयास है, जिसमें अधिक कुशल ऊर्जा स्रोतों और उपकरणों का उपयोग किया जाता है। यह ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन, कार्बन फुटप्रिंट, लागत, पानी और ऊर्जा खपत को कम करने में सहायक है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने ऊर्जा खपत को कम करने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा अपनाए जाने वाले प्रमुख उपाय:
1. स्टेशनों और कार्यालय भवनों में एलई डी लाइट्स का उपयोग:
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सभी 139 स्टेशनों और कार्यालय भवनों में एलईडी लाइट्स लगाई गई हैं। 30-70% लाइटिंग सिस्टम को ऑटोमेशन के साथ जोड़ा गया है। यात्री संख्या के अनुसार, 30% लाइट तब चालू होती हैं जब प्लेटफॉर्म पर यात्री कम हों और 70% लाइट यात्री संख्या अधिक होने पर चालू होती हैं।
07 स्टेशनों पर यह स्वचालित सिस्टम सिग्नल सिस्टम से जोड़ा गया है, जिससे ट्रेन के आगमन और प्रस्थान के अनुसार लाइट्स स्वचालित रूप से चालू/बंद होती हैं।
2. बिजली की कम खपत करने वाले ब्रशलेस डायरेक्ट करंट (बीएलडीसी) पंखों का उपयोग:
पारंपरिक पंखों की जगह बिजली की कम खपत करने वाले ब्रशलेस डायरेक्ट करंट (बीएलडीसी) पंखों का उपयोग किया जा रहा है, जो कम ऊर्जा खपत करते हैं। नवंबर 2024 तक, लगभग 2100 (बीएलडीसी) पंखे लगाए गए हैं।
3. ऊर्जा कुशल उपकरणों का उपयोग:
रेलवे बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार, 3-स्टार और उससे ऊपर की रेटिंग वाले उपकरणों का ही उपयोग किया जा रहा है।
4. आईआर-नियंत्रक (IR-NIYANTRAC) सिस्टम का उपयोग:
यह IoT (इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स) अर्थात स्मार्ट डिवाइस -आधारित प्रणाली है, जो लिफ्ट, एस्केलेटर, पानी के पंप, लाइट्स, पंखे आदि को लाइव मॉनिटर और नियंत्रित करती है।
इस प्रणाली के माध्यम से उपकरणों को दूरस्थ रूप से चालू/बंद करने, ऊर्जा खपत की निगरानी करने और खराबी के समय अलार्म/संदेश प्राप्त करने की सुविधा है।
यह ऊर्जा दक्षता, उपकरणों की आयु, और सुरक्षा में सुधार करता है।
5. उच्च स्तरीय ऊर्जा ऑडिट:
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 63 भवनों के लिए ‘इन्वेस्टमेंट ग्रेड एनर्जी ऑडिट’ की पहचान की है, जिससे ऊर्जा खपत के पैटर्न का अध्ययन कर बचत के उपाय किए जाएंगे।
6. स्वचालित पावर फैक्टर नियंत्रक उपकरण:
सभी सामान्य विद्युत उप-स्टेशनों में स्वचालित पावर फैक्टर नियंत्रक पैनल लगाए गए हैं, जो ऊर्जा संरक्षण में सहायक हैं।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए इन नवीनतम तकनीकों और उपायों को अपनाया है। इन कदमों से न केवल ऊर्जा की बचत होगी, बल्कि लागत में भी कमी आएगी और पर्यावरण को बेहतर बनाने में योगदान मिलेगा।

 

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