- शुशील पाटनी आर के मार्वल ने की मुनि पुंगव श्रीसुधासागर जी महाराज को नवीन पिच्छिका भेंट
- अशोक नगर के युवाओं ने इतिहास रच दिया- सुशील पाटनी
सागर(विश्व परिवार)। आज जो पिच्छिका परिवर्तन समारोह हुआ महाराज जी अशोक नगर के युवाओं ने इतिहास रचा दिया ऐसा पिच्छिका परिवर्तन कभी हुआ किसी सोचा नहीं होगा अशोक नगर के युवा कैसे कर लेते हैं इतना सब कुछ उन्हें जितना सराह जाये कम है और महाराज आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की सम्पूर्ण जीवन झांकी को बहुत ही अच्छी तरह प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया और उनकी समाधि की प्रस्तुति ने तो हजारों लोगों को रूला दिया उक्त आश्य केउद्गार मोराजी सागर में जिज्ञासा समाधान में भामाशाह परिवार से श्री मति शुसीला पाटनी ने व्यक्त किए।
मुनिश्री ने हमें ही नहीं पूरे सागर शहर को धन्य कर दिया-केविनेट मंत्री गोविंद राजपूत
इसके पहले पिच्छिका परिवर्तन समारोह में शामिल होने मध्यप्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री गोविंद राजपूत व विधायक शैलेंद्र जैन डी आई जी सुनील कुमार डी एस पी नितिन जैन सहित अन्य प्रमुख जनो ने भाग लिया इस दौरान गोविन्द राजपूत ने कहा कि इतने बड़े संत का सागर में आना ही बड़े सौभाग्य की बात है इसमें मेरा परम सौभाग्य की मेरे पिता जी ददाजी सहित सभी के नाम गुरु जी के मुख से निकले मैं तो धन्य हो गया ऐसे महान संत को पूरे परिवार के नाम तक पता है जहां गुरु जी का जन्म हुआ वहीं पास में ही ईश्वर के निकट हमारा भी गांव है इस दौरान विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि इस चातुर्मास में एक से बढ़कर एक समारोह हुआ जिनने इतिहास रच दिया मंत्री जी का सागर समाज द्वारा सम्मानित किया गया इस दौरान अशोक नगर जैन समाज राकेश कासंल अध्यक्ष अशोक जैन टींगू युवा वर्ग संरक्षक विपिन सिंघई ने स्वागत किया।
युवा वर्ग का सम्मान किया सागर समाज ने
इस अवसर पर युवा वर्ग के सुलभ अखाई सचिन एन एस अंकित सन्तुरा जेकी आखाई सुभम कासल सिघई अभिषेक ठेकेदार मनीष सिघइ मन्टूछाया टिंकलजैन मोहित मोहरी जैन समाज अध्यक्ष राकेश कासंल महामंत्री राकेश अमरोद थूवोनजी अध्यक्ष अशोक जैन टींगू महामंत्री मनोज भैसरवास विपिन सिंघई विनोद मोदी शैलेन्द्र दददा मनोज भैसरवास आदि ने श्री फल भेट किये इसका सम्मान कमेटी अध्यक्ष सुरेंद्र जैन सट्टू भइया राजेश ऐडीना आशीष पटना राजकुमार मिनी साहिल डवडैरा अंशुल जैन केसली प्रशांत सानौधा अंकुश जैन चक्रेश सिंघई अर्पित जैन मनीष जैन ने किया
अच्छे कार्य में न मत बोलना करना तो है जिस दिन समय आयेगाकर लेंगे –मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज
इस दौरान मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज ने कहा कि अच्छे कार्य मे न मत बोलना, ये मत बोलना कि मैं असमर्थ है, ये कहना कि करना तो है लेकिन जिस दिन आ जाएगा उस दिन करूँगा। यदि तुम पहले से ही कट कर रहे हो तो फिर तुम्हारी नकारात्मक शक्ति बढ़ेगी, तुम बिल्कुल असमर्थ सही में होते जाओगे। संसार के किसी भी कार्य की तुम भावना मत करना कि मैं इतना भोजन करूँ, भूख लगेगी तो खाऊँगा कोई आपत्ति नहीं, इतना मात्र करने से आप मिथ्यादर्शन खत्म होके सम्यकदृष्टि की कोटि में आ जाओगे। भावना करने से आप एक दिन उस भावना को पूरी करने में समर्थ हो जाओगे।
एक नियम से सदा सुखी रह सकते हो-मुनिश्री
उन्होंने कहा कि ऐसा नियम करो जब तक मेरे नहाने का लोटा उठता रहेगा, तब तक मैं अभिषेक का कलश उठाता रहूँगा, हो सकता है इस नियम से तुम सदा नहाने लायक बने रहोगे क्योंकि तुम्हारा नियम है कि जब तक मैं नहाता रहूँगा तब तक मैं अभिषेक करता रहूँगा। जब तक मैं मुँह में रोटी का ग्रास देता रहूंगा, तब तक तेरा अर्घ्य भी चढ़ता रहेगा शायद इस नियम से रोटी का ग्रास उठाने की ताकत बनी रहे। जब तक मैं दुकान जा रहा हूँ तब तक मैं मंदिर भी जाता रहूँगा, शायद इस बहाने पैरों में पैरालिसिस न हो। जब तक मैं संसार के लिए कमा रहा हूँ तब तक मैं कुछ परमार्थ के लिए भी कमाता रहूँ, जब तक मेरा धंधा चल रहा है तब तक मैं दान भी देता रहूँगा, शायद इस नियम से तुम्हारा धंधा चलता रहे, ये है पुण्य कमाने का तरीका पानी है लेकिन तुम्हे आनंद तुम्हारे गिलास के पानी का है। प्रकाश में आकाश में होता है लेकिन जब तक तुम्हारे आंगन में न हो तो संसार को कभी हम अपना बना नहीं सकते और अपना बनाए बिना आनंद आ ही नही सकता क्योंकि प्रकृति है जो कभी किसी की नही होती।