अतिथियों द्वारा सोवेनियर का विमोचन और बेस्ट पेपर एवं मेनुस्क्रिप्त के प्रतिनिधियों को किया सम्मानित….
रायपुर विश्व परिवार| श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी योग विभाग एवं छत्तीसगढ़ योग आयोग के संयुक्त तत्वाधान से “वैश्विक शांति और प्रसन्नता के लिए योग” के लिए आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन में 300 से अधिक देश – विदेश से विद्यार्थी और शोधार्थी ने पेपर और मेनुस्क्रिप्त प्रस्तुत किये एवं जापान, इंडोनेसिया और अन्य देश से योग विशेषज्ञों ने ऑनलाइन माध्यम से इस भव्य योग सम्मेलन को संबोधित किया।
इस अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन में कुल चार तकनिकी सेशन में पांच मुख्य वक्ता ने प्रत्येक अध्यक्ष के समक्ष अपने विचार व्यक्त किये और विभिन्न प्रतिनिधियों द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से पेपर प्रस्तुत किये गए। समापन समरोह में मंचासीन अतिथियों ने योग विभाग के अंतरराष्ट्रीय योग सम्मेलन के सोवेनियर का विमोचन किया ।
श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एस के सिंह ने योग विभाग द्वारा “वैश्विक शांति और प्रसन्नता के लिए योग” के लिए आयोजित सफलता पूर्वक अंतराष्ट्रीय योग सम्मलेन की शुभकामनाएं दी और मंचासीन मुख्य अतिथि डॉ. काशीनाथ समागंडी और अन्य अतिथ्यों का पुष्पगुच से स्वागत किया ।
आज के तकनिकी सेशन में अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर गोविन्द मिश्रा के समक्ष मुख्य वक्ता डॉ मंजू सिंह ठाकुर ने बताया की योग के द्वारा नई जीवनशैली मिलती है तथा स्वास्थ्य और खुशाल जीवन के लिए योग करना आवश्यक है । आजकल हो रहे हिंसा और भ्रष्टाचार का कारन है सामाजिक व्यक्ति का मानशिक रूप से आस्वस्थ होना । योग का अभ्यास दुनिया में बदलाव ला सकता है । योग आत्मविज्ञान है जो व्यक्ति के शारीर और मन पर कार्यरत है।
अपने उद्बोधन में प्रोफ़ेसर गोविन्द मिश्रा ने कहा कि यदि योग के शब्दों पर ध्यान दिया जाये तो योग शांति और ख़ुशी का पर्याय है । ख़ुशी, प्रसंन्नता एवं आनंद का अस्तित्व ही योग है और योग केवल दर्शन नहीं विज्ञान भी है ।
मुख्य अतिथि डॉ. काशीनाथ समागंडी, डायरेक्टर ऑफ मोरारजी देसी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ योग मिनिस्ट्री, आयुष मंत्राल दिल्ली ने अपने विचार व्यक्त हुए कहा कि इस कार्यक्रम का सिद्धांत वासुदेव कुटुम्बकम की भावना है । इस सम्मेलन में सम्मलित सभी देश-विदेश से विद्यार्थी और शोधार्थी को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दी ।
अंत में मंचासीन मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता ने बेस्ट पेपर एवं बेस्ट मेनुस्क्रिप्त के विजेताओं को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया तत्पश्चात यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. सौरभ कुमार शर्मा ने धन्यवान प्रस्ताव ज्ञापित किया । कार्यक्रम में डीन एकेडमिक डॉ. आर. आर. एल बिरली, डीन फैकल्टी आफ आर्ट्स डॉ मनीष पाण्डेय, योग विभग से डॉ. के आर चक्रधारी, डॉ. कप्तान सिंह के साथ योग विभाग के सभी शिक्षक उपस्थित थे। मंच संचालन डॉ. राधिका चंद्राकर द्वारा किया गया ।