रायपुर (विश्व परिवार)। स्वस्थ भविष्य के लिए आनुवंशिक अंतर्दृष्टि विषय पर राष्ट्रीय सीएमई एवं कार्यशाला का सफल आयोजन एम्स रायपुर के मल्टीडिसिप्लिनरी जेनेटिक्स कमेटी द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व आयोजन अध्यक्ष डॉ. जेस्सी अब्राहम (प्रभारी, विभाग आनुवंशिकी) एवं आयोजन सचिव डॉ. विनीता सिंह (प्रभारी, फीटल मेडिसिन यूनिट, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग) ने किया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, माननीय सांसद (राज्यसभा) एवं संस्थान निकाय सदस्य, एम्स रायपुर तथा श्री सौरभ जैन, संयुक्त सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किया गया।
दोनों गणमान्य अतिथियों ने छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्यों के लोगों को उन्नत एवं किफायती आनुवंशिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के प्रयासों के लिए एम्स रायपुर की सराहना की। श्री देवेंद्र प्रताप सिंह ने संस्थान की दूरदराज़ के क्षेत्रों तक सेवाएं पहुंचाने की प्रतिबद्धता की प्रशंसा की तथा भविष्य में वित्तीय सहायता, उपकरण और अनुकूल नीतियों के माध्यम से सहयोग का आश्वासन दिया। श्री सौरभ जैन ने आनुवंशिकी के क्षेत्र में ध्यान केंद्रित करने की समयोचितता पर बल देते हुए इसे भविष्य की चिकित्सा प्रगति की नींव बताया। लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (सेवानिवृत्त), कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ, एम्स रायपुर ने देशभर से आए 100 से अधिक प्रतिभागियों की उत्साही भागीदारी की सराहना की तथा संस्थान की आनुवंशिक अवसंरचना को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायजी के निजी सहायक श्री तुलसी कौशिक जी भी उपस्थित रहे।
सम्मेलन में देशभर के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
डॉ. मधुलिका काबरा, विभागाध्यक्ष, बालरोग विभाग, एम्स दिल्ली
डॉ. कौशिक मंडल, एसजीपीजीआई
डॉ. वेरोनिका अरोड़ा, सर गंगाराम हॉस्पिटल
डॉ. शीतल शारदा, निदेशक, न्यूबर्ग जीनोमिक सेंटर
डॉ. रावलिन कौर बक्शी, कार्यक्रम अधिकारी, आईसीएमआर
डॉ. संतोष गुप्ता, एसोसिएट डायरेक्टर, अर्मन
डॉ. रॉयना सिंह, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, शरीर रचना विज्ञान, आईएमएस-बीएचयू
डॉ. अपर्णा गणपति, निदेशक, स्ट्रैंड लाइफ साइंसेज
डॉ. अशोक शर्मा, अतिरिक्त प्रोफेसर, बायोकैमिस्ट्री, एम्स दिल्ली
डॉ. दिपांजना दत्ता, सलाहकार आनुवंशिक परामर्शदाता, मणिपाल हॉस्पिटल, कोलकाता
सुश्री दीप्ति चौधरी, वरिष्ठ आनुवंशिक परामर्शदाता, लाइफसेल इंटरनेशनल प्रा. लि.
डॉ. अनु सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, पैथोलॉजी, आईएमएस-बीएचयू
एम्स रायपुर में दो वर्ष पूर्व स्थापित फीटल मेडिसिन यूनिट ने अब तक उल्लेखनीय प्रगति की है। अब तक 2000 से अधिक ऐसी गर्भवती महिलाओं की स्क्रीनिंग एवं परामर्श किया गया है जिनमें भ्रूणीय विकृतियों की आशंका थी। उच्च जोखिम वाले मामलों में पुष्टि हेतु एम्नियोसेंटेसिस एवं कोरियोनिक विलस सैंपलिंग जैसी जांचें निःशुल्क उपलब्ध कराई गईं। पिछले वर्ष में ही यूनिट ने 100 से अधिक इनवेसिव प्रीनेटल प्रक्रियाएं सफलतापूर्वक की हैं, जिससे परिवारों को सूचित निर्णय लेने में सहायता मिली है। आज यह यूनिट छत्तीसगढ़ के साथ-साथ ओडिशा, महाराष्ट्र, झारखंड एवं पश्चिम बंगाल जैसे पड़ोसी राज्यों के मरीजों के लिए भी राज्य-स्तरीय रेफरल केंद्र के रूप में कार्य कर रही है, और आशा एवं गुणवत्तापूर्ण देखभाल प्रदान कर रही है।