Home छत्तीसगढ़ राज्यों की कला -संस्कृति का अद्भुत समागम है स्वदेशी मेला

राज्यों की कला -संस्कृति का अद्भुत समागम है स्वदेशी मेला

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रायपुर { विश्व परिवार } भारत के विविध राज्यों की बेजोड़ संस्कृति , वेशभूषाओं की खूबसूरत छटा स्वदेशी मेला में लोगों को खूब भा रही है. यही कारण है संध्या होते ही मानो पूरा शहर ही मेलामय हो जाता है । जहाँ एक ओर बीतते बरस का सेलिब्रेशन मनाते हुए लोगों ने मेले में सिख समाज के शौर्य प्रदर्शन का आनंद उठाया तो वही लज़ीज़ व्यंजनों का स्वाद भी लिया। भारतीय विपणन विकास केंद्र के बैनर तले आयोजित स्वदेशी मेला अपने आधे पड़ाव पर पहुँच चुका है। सामाजिक समागम के तहतराज्यों की कला -संस्कृति का अद्भुत समागम है स्वदेशी मेला होने वाली दैनिक प्रस्तुतियों में अदम्य साहस शौर्य का परिचय देते हुए सिख समुदाय द्वारा गतका की विस्मयकारी कला दिखाई गई।भाई ताऊसिंह फाउंडेशन प्रमुख राजवीर सिंह छाबड़ा और उनकी टीम द्वारा बर्फ की सिल्ली को सीने पे रखकर हथौड़े के प्रहार से तोड़ना, तलवारों की कलाबाजियाँ, आँखों पे पट्टी बाँधकर शरीर के आसपास रखे फलों और नारियलों को एक वार से काटने के दृश्य को दर्शक साँस रोके निहारते रहे।

देश के महानगर कहे जाने वाले महाराष्ट्र की लोक संगीत और नृत्य से सराबोर पेशकश ने समा बाँध दिया। लावणी की ताल, कोली, पोवाडा, बंजारा होली का दर्शकों ने भरपूर लुत्फ लिया।महाराष्ट्र मंडल रायपुर पुण्य श्लोका देवी अहिल्या बाई की जीवनी पर आधारित सुंदर प्रस्तुति दी गई वहीं महाराष्ट्र के पूरण पोली,चिवड़ा का स्वाद भी खूब पसंद किया गया । दोपहर में स्वदेशी जीवन शैली अपनाकर जीवन को निरोगी बनाए रखने पर व्याख्यानमाला में स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्र संगठक केशव दुबौलिया बतौर वक्ता लोगों को संबोधित किया । केश सज्जा प्रतियोगिता में बालों को कई तरह से संवारते हुए 15 महिलाओं व युवाओं ने भाग लिया। इसमें प्रथम स्थान पर मो. इशरार ख़ान द्वितीय उर्वशी राउत और तृतीय यामिनी नाग रहीं, इसके निर्णायक बिन्नी चाननी, श्रुति नाग तथा मनीषा तारवानी थी। प्रतियोगिता की प्रभारी अमृता श्रीवास्तव, हर्षिता लाझेवार, नूतन पांडे, श्रद्धा श्रीवास्तव एवम नेहा ठाकुर रहीं ।

शहर के विभिन्न स्कूल-कॉलेजों के युवाओं द्वारा शानदार सामूहिक नृत्य की प्रस्तुतियाँ हुई । जिसमे 100 से ज़्यादा का ऑडिशन लिया गया और 30 लोगों को चुना गया। युवाओं द्वारा छत्तीसगढ़ी, बस्तरिया सॉंग, दक्षिण भारतीय, पंजाबी मिक्स, फ़िल्मी गीतों सहित देश भक्ति गीतों पर आधारित शानदार नृत्य की प्रस्तुतियाँ दी और समाँ बाँध दिया । इसके जज में एकता पंसारी , मनोज दीप कोरियोग्राफर थे तथा प्रतियोगिता प्रभारी में विनय शर्मा, चितरंजन ठाकुर , अंजलि देशपांडे, प्रीति दास और हर्षिला रूपाली शर्मा शामिल थीं । वहीं कल हुई एकल नृत्य प्रतियोगिता में 15 वर्ष से कम आयु के प्रतिभागियों में प्रथम वर्षा सिंहा व चिराग, द्वितीय अनुष्का शर्मा, अंशिका अग्रवाल व एंजल अग्रवाल रहे व तृतीय पूर्वी सिंहा थीं, 15 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागियों में प्रथम भव्या विश्वकर्मा, द्वितीय आशुतोष टांडी, तृतीय काजल केडिया व सांत्वना बरखा अंडानी व अल्पना शर्मा को मिला । आयोजन में सीएमबीडी के प्रबंधक सुब्रत चाकी, मेला संयोजक प्रवीण मैशेरी, सह संयोजक द्वय अमरजीत सिंह छबड़ा व मनीषा सिंह, महिला कार्य सह प्रमुख इला गुप्ता, इंदिरा जैन, सुनीता चंसोरिया, तृप्ति चौहान, मंजुला जैन सहित कार्यकर्ता विशेष रूप से मौजूद रहे ।

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