नई दिल्ली (विश्व परिवार)। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर 72 टैंक तैनात किए थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 72 टैंक इस ऑपरेशन का अहम हिस्सा रहे।
ये 125 मिमी की तोपों और 4,000 मीटर तक की मिसाइल मारक क्षमता से लैस हैं। इन्हें संयुक्त बलों की तैनाती के तहत मोर्चे पर भेजा गया था।
72 टैंक अभी भी बख्तरबंद गाड़ियों के साथ तैनात हैं, ताकि घुसपैठ के रास्तों को पूरी तरह सील किया जा सके । सेना अधिकारियों ने यह भी बताया कि ऑपरेशन को औपचारिक तौर से खत्म नहीं किया गया है, बल्कि सिर्फ रोका गया है। पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई 10 मई से रुकी हुई है, लेकिन नियंत्रण रेखा पर जवान 24×7 निगरानी में जुटे हुए हैं। भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को कहा था कि भारत के पास इतनी ताकत है कि वह पाकिस्तान के किसी भी हिस्से को निशाना बना सकता है।
4000 मीटर की दूरी तक मिसाइल गिराने में सक्षम, घुसपैठ के रास्तों को सील करना मकान इससे पहले, सेना ने वीडियो पोस्ट करके बताया 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया था, जिसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया। सेना पहले से सतर्क थी और पाकिस्तान की फायरिंग पैटर्न को समझकर कुछ ही सेकेंड में जवाब दिया। भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की मिसाइल को अपने एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया था। यह मिसाइल चीन में बनी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फाइव आइज देश (अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड) के अलावा फ्रांस और जापान इस मिसाइल के मलबे की जांच करना चाहते हैं, ताकि यह पता कर सकें कि इसे बनाने के लिए चीन ने किन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है।
एयर डिफेंस चौफ लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान ने कहा-चाहे पाकिस्तानी सेना अपना मुख्यालय रावलपिंडी से हटाकर खैबर पख्तूनख्वा तक कहीं और क्यों न ले जाए, वह हमारी रेंज में ही रहेगा।