सागर (विश्व परिवार)। कलशारोहण के बाद पूर्ण रूप से मंदिर का कार्य हो जाता है। 9 देवताओं के अंतर्गत यह जिनालय है जिस परिवार ने इस मंदिर का निर्माण कराया है सराहनीय कार्य किया है। मंदिर निर्माणकर्ता को पूजन अभिषेक करने का नियम भी लेना चाहिए। यह बहुत बड़ा पुण्य का उदय होगा। यह बात निर्यापक मुनि श्री योगसागर महाराज ने कलशारोहण कार्यक्रम के पश्चात आर्शीवचन में कही उन्होंने कहा हमें अपनी आत्मा को पवित्र बनाना है।जो अपवित्र चीजें हैं उन्हें छोड़ते जाना है आत्मा पवित्र होती जायेगी और मांगलिक आत्मा होती जायेगी।
विधानाचार्य ब्र संजीव भैया, ब्र अरुण भैया के निर्देशन में कलशारोहण का कार्यक्रम चिंतामणि जैन, आशीष जैन स्वाति जैन, अनुराग जैन वंदना जैन श्री पाइप इंडस्ट्रीज परिवार ने किया। मुख्य कलश स्थापना नीलेश मलैया, कमलेश मलैया नरसिंहपुर और 4 अन्य कलश डॉ मनीष जैन, सौरभ सिंघई बूंद, संजीव दिवाकर और सुमित मोदी परिवार के द्वारा स्थापित किए गए
बंडा रोड पर स्थित इस जिनालय का निर्माण
हाल ही में किया गया है संत निवास का शिलान्यास कार्यक्रम भी मुनि संघ के सानिध्य में सम्पन्न हुआ इस अवसर पर सर्वतोभद्र जिनालय के लिए आशीष जैन के द्वारा एक स्तंभ निर्माण की घोषणा की गई है। कार्यक्रम में ब्र रजनीश भैया, ब्र विकास भैया, संतोष घड़ी, मुकेश जैन ढाना, प्रदीप रांधेलिया, पूर्व विधायक सुनील जैन, देवेन्द्र जैना, संदीप बहेरिया, ऋषि कैलाश सिंघई, संजीव दिवाकर, संजय शास्त्री, मनीष निर्माण जंक्शन, राजीव भारिल्ल, सहित सागर नगर बंडा कर्रापुर आदि स्थानों से श्रद्धालु पहुंचे थे।