- भूतपूर्व छात्रों का पुनर्मिलन संस्थान की विरासत और उपलब्धियों का उत्सव है…डॉ जे. के. उपाध्याय
रायपुर (विश्व परिवार)। श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी के तत्वाधान में प्रथम भूतपूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन 22 मार्च, 2025 को अत्यंत हर्षोल्लास और उत्साहपूर्ण वातावरण में सम्पादित हुआ, जिसकी अध्यक्षता डॉ. जे. के. उपाध्याय, श्री रावतपुरा सरकार लोक कल्याण ट्रस्ट के उपाध्यक्ष के द्वारा किया गया।
परंपरागत गणेश वंदन और दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया, तत्पश्चात कुलपति प्रो. एस. के. सिंह ने स्वागत उद्बोधन में यूनिवर्सिटी की निरंतर विकास को उद्धृत करते हुए भूतपूर्व छात्रों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ‘यूनिवर्सिटी की इन दीवारों से परे आपकी यात्रा ने न केवल आपके व्यक्तिगत करियर को आकार दिया है, बल्कि सार्थक तरीकों से समाज में भी योगदान दिया है। जिससे आपकी मातृ संस्था गौरवान्वित महसूस करती है।
यूनिवर्सिटी के अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. आर. आर. एल. बिरली ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्तमान विद्यार्थी भूतपूर्व छात्रों के अनुभवों से सीखें, तथा समर्पण और जुनून के साथ अपना रास्ता खुद बनाने के लिए प्रेरित हों।
यूनिवर्सिटी के प्रति कुलाधिपति श्री श्याम सुन्दर बजाज ने एलुमनाई का आह्वान करते हुए कहा कि यह अवसर पूर्व छात्रों के लिए अपने संस्थान से फिर से जुड़ने, अनुभव साझा करने और संस्थान के विकास में योगदान देने का है। आपकी अंतर्दृष्टि, मार्गदर्शन और समर्थन उन युवा मष्तिष्कों का मार्गदर्शन कर सकते हैं जो आपके नक्शेकदम पर चलने की आकांक्षा रखते हैं।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. जे. के. उपाध्याय ने ‘आ लौट के आजा’ गीत को गुनगुनाते हुए भूतपूर्व विद्यार्थियों से संवेदनापूर्ण लगाव प्रदर्शित किया। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्र सम्मेलन एक ऐसा पुल है जो किसी संस्थान के अतीत, वर्तमान और भविष्य को जोड़ता है। भूतपूर्व छात्रों का पुनर्मिलन संस्थान की विरासत और उपलब्धियों का उत्सव है। जब आप सभी अपने अल्मा मेटर में लौटते हैं, तो आप अपने साथ अनुभव, सफलता की कहानियों और अमूल्य अंतर्दृष्टि का खजाना लेकर आते हैं जो वर्तमान छात्रों को प्रेरित कर सकते हैं।
अपनी उपलब्धियों के लिए राजेश रहांगडाले, साक्षी मौर्य, शिक्षा सिंह, प्रसन्ना रॉय, सच्चिदानंद पांडा, शिशिर राजन गुरु, प्रीति शर्मा, हेमंत कुमार, सत्यनारायण दुर्गा, छाया जैन, नीलेश कुमार राजवाड़े, कृष्णा देवांगन विशिष्ट भूतपूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में प्रो मनीष कुमार पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए एलुमनाई से कहा कि आप ही इस संस्थान की वास्तविक पहचान हैं, और आपकी उपलब्धियां हमें निरंतर प्रेरित करती हैं।
इस सम्मलेन का समन्वयन प्रो. अनुभूति कोशले और प्रो. मनीष कुमार पाण्डेय ने किया और मंच संचालन सीमा मैथ्यू और डॉ. अर्चना तुपत ने किया।