• विश्व जैन संगठन के संयोजन में निकाली जा रही है पदयात्रा
• यात्रा में सम्मिलित है अहिंसा रथ जिसमें जैनधर्म के 22वें तीर्थंकर श्री नेमिनाथ भगवान की मनोज्ञ प्रतिमा है विराजमान
• देश के विभिन्न प्रान्तों और नगरों से होकर गुजर रही यह यात्रा कर रही लोगों को धर्म के प्रति जागरूक
• सत्य, अहिंसा और शाकाहार का दिया जा रहा है संदेश
झाँसी (विश्व परिवार)। विश्व जैन संगठन के संयोजन में देश की राजधानी दिल्ली से 23 मार्च को प्रारम्भ हुई श्री नेमि गिरनार धर्म पदयात्रा 4 मई को वीरभूमि झाँसी महानगर पहुंचेगी। जहां स्थानीय जैन समाज द्वारा स्वागत किया जाएगा। युवा समाजसेवी सौरभ जैन सर्वज्ञ ने बताया कि यह पदयात्रा देश के विभिन्न प्रान्तों एवं नगरों से होकर 2 जुलाई को जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर नेमिनाथ भगवान की मोक्षस्थली ऊर्जयंत गिरनारजी (गुजरात) पहुंचेगी। जहां लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में निर्वाण लाडू समर्पित किया जाएगा। इस यात्रा के माध्यम से लोगों को धर्म के प्रति जागरूक करते हुए सत्य, अहिंसा और शाकाहार का संदेश दिया जा रहा है। दिगम्बर जैन पंचायत समिति झांसी के अध्यक्ष अजित कुमार जैन ने बताया कि 4 मई को प्रातः 7 बजे बी.के.डी. चौराहा पर सकल जैन समाज के द्वारा यात्रा का स्वागत किया जाएगा। तत्पश्चात शोभायात्रा के रूप में यह यात्रा आंतिया तालाब, आशिक चौराहा, खंडेराव गेट, पंचकुईया चौराहा, कोतवाली, सिन्धी तिराहा, मानिक चौक, मालिनो का तिराहा, बड़ा बाजार, होकर गांधी रोड स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मन्दिर पहुंचेगी। जहां धर्मसभा का आयोजन होगा जिसमें विश्व जैन संगठन के अध्यक्ष संजय जैन द्वारा धर्मस्थलों की रक्षा – सुरक्षा हेतू समाज से आह्वान करते हुए संबोधित किया जाएगा। इस पदयात्रा के कॉर्डिनेटर अंचल जैन ललितपुर ने बताया कि अभी तक यह यात्रा नोएडा, खुर्जा, अलीगढ़, आगरा, फिरोजाबाद, शौरीपुर, इटावा, भिण्ड, ग्वालियर, डबरा, दतिया होते हुए झांसी महानगर में प्रवेश कर रही है। आगे झांसी से बबीना, तालबेहट, ललितपुर , सागर होकर भोपाल मार्ग प्रस्तावित हैं।