नवापारा राजिम (विश्व परिवार)। नगर के 100 साल पुराने राधाकृष्ण मंदिर में कानपुर से आए कलाकारों ने विभिन्न प्रकार की झांकियों का जीवंत चित्रण किया। इसने दर्शकों का दिल छू लिया। सालासर सुंदरकांड जनकल्याण समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 2024 के आखिरी दिन 11 जोड़ों का विवाह कराए जाने के साथ नए साल का स्वागत भी किया गया।
कार्यक्रम में राधाकृष्ण और सुदामा की लीला का जीवंत प्रदर्शन किया गया। कलाकारों ने सुदामा की गरीबी और श्रीकृष्ण के दरबार में उनके सम्मान का भावपूर्ण चित्रण किया। झांकी में दिखाया गया कि सुदामा अपनी पत्नी के कहने पर कृष्ण से भिक्षा मांगने जाते हैं। उनके मन में अपमान और संकोच था।
श्रीकृष्ण ने उन्हें सम्मानित करते हुए चावल खाएं। सुदामा को सम्मान दिया। इस दृश्य को देखकर दर्शक भावुक हो उठे। उनकी आंखों में आंसू छलक गए। इसके बाद खाटू श्याम का दरबार और हनुमानजी की भक्ति को भी प्रदर्शित किया गया।
हनुमानजी की भक्ति ने लोगों को भाव विभोर कर दिया। इसके साथ ही मां काली के प्रचंड रूप और भोलेनाथ के संघर्ष को भी चित्रित किया गया। जब मां काली का पैर भोलेनाथ के सीने पर पड़ा, तो उनकी जीभ बाहर निकल आई और रूप में बदलाव हुआ। समिति के संस्थापक राजू काबरा ने बताया कि 1 जनवरी को साल के पहले दिन मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।